Diwali 2023: भारतीय कैलेंडर के सबसे बड़े त्योहार दिवाली में बस कुछ ही दिन बचे हैं। बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रोशनी का त्योहार रविवार 12 नवंबर को मनाया जाएगा। दिवाली से जुड़ी कई परंपराएं जो हर साल सभी लोग करते हैं। आइए जानते हैं दिवाली पर क्या करना सबसे ज्यादा जरूरी है।
यहां सात परंपराएं बताई हैं जिनका पालन दिवाली पर किया जाता है:
1. देवी लक्ष्मी की पूजा: समृद्धि के लिए धन की देवी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सभी भक्त घरों, दुकानों और ऑफिसों में पूजा करते हैं।
2. गिफ्ट्स का लेना देना- दिवाली पर परिवार और दोस्त एक-दूसरे से मिलते हैं और बधाई देते हैं और उपहारों को लेते और देते हैं। इसे प्यार का संकेत भी माना जाता है।
3. घर की सजावट: परिवार अपने घरों को साफ करते हैं और अपने घरों को फूलों की मालाओं और रोशनी से सजाते हैं, जिससे उत्सव का माहौल बनता है। त्योहार से पहले अपने घरों की सफाई करने का कारण यह है कि ऐसा माना जाता है कि देवी लक्ष्मी केवल उन्हीं घरों में आएंगी जो गंदगी से फ्री साफ होंगे।
5. दीये और दीपक जलाना: दिवाली के दौरान परिवार अपने घरों में पारंपरिक तेल के दीपक दीये और सजावटी मोमबत्तियां कहते हैं, जलाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि दीये और लैंप की रोशनी बुराई पर अच्छाई और अंधेरे पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है।
6.रंगोली से घर सजाना : दिवाली की सजावट के हिस्से के रूप में पाउडर वाले रंगों का इस्तेमाल करके घरों के फर्श पर रंगोली बनाई जाती है। कोई भी दिवाली उत्सव रंगोली के रंगों के बिना लगभग अधूरा है।
7.पटाखे फोड़ना: एक परंपरा जो कई सालों से दिवाली उत्सव का एक बड़ा हिस्सा थी, लेकिन हाल के सालों में उतनी खुशी के साथ इसका पालन नहीं किया गया है। वह है पटाखे फोड़ना, एयर पॉल्युशन के कारण अब लोग पटाखे कम जलाते हैं।