वित्तीय वर्ष 2026 में हेल्थ इंश्योरेंस रिन्यूअल की दर अब तक के सबसे उच्च स्तर पर पहुंच चुकी है। पॉलिसीबाजार की रिपोर्ट के अनुसार, नए जमाने के माड्यूलर और किफायती हेल्थ इंश्योरेंस प्लान्स में ग्राहक तेजी से बढ़ रहे हैं। इस पैरामीटर पर पिछले पांच वर्षों में 4 फीसदी की मजबूत बढ़ोतरी देखी गई है, जो स्वास्थ्य बीमा सेक्टर की मजबूती का संकेत है।
लाइफस्टाइल बीमारियों जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और हार्ट डिजीज की बढ़ती घटनाओं के कारण ग्राहक हेल्थ इंश्योरेंस के प्रति जागरूक हो रहे हैं। पॉलिसीबाजार पर नए बीमाधारकों में ऐसे ग्राहकों की संख्या में 25 फीसदी की वृद्धि हुई है। नए प्लान्स के आकर्षक फीचर्स जैसे कि क्यूमुलेटिव बोनस (जो क्लेम के बावजूद भी कवर बढ़ाता है) और अनलिमिटेड कवर के विकल्प, ग्राहकों को एक ही प्लान के साथ लंबे समय तक जुड़े रहने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
कंपनियां पुराने प्लान्स को छोड़ नए हाई-कवर और फीचर-रिच प्लान्स की ओर ग्राहकों को आकर्षित करने में सफल हो रही हैं। परिवार के लिए बने फ्लोटर प्लान्स की रिन्यूअल दर व्यक्तिगत पॉलिसीज़ से अधिक देखी जा रही है, जबकि जितनी अधिक कवर सीमा होती है, रिन्यूअल की संभावना भी उतनी ही बढ़ जाती है।
इसके साथ ही, राइडर्स की लोकप्रियता में भी वृद्धि हुई है, जिनमें क्यूमुलेटिव बोनस, क्रिटिकल इलनेस बेनिफिट, डायली कैश अलाउंस, उपभोग्य वस्तुओं के लिए कवरेज, और प्रीफर्ड नेटवर्क राइडर शामिल हैं। ग्राहक अब अपने प्लान्स को एक लंबी अवधि की फाइनेंशियल स्ट्रैटेजी के रूप में देख रहे हैं, न कि सिर्फ एक ट्रांजैक्शन के रूप में।
पॉलिसीबाजार के हेड जितिन जैन के अनुसार, "रिन्यूअल में सुधार यह दर्शाता है कि भारतीय ग्राहक अब हेल्थ इंश्योरेंस को एक आवश्यक सुरक्षा कवच के बजाय एक निवेश और सुरक्षा का जरिया मानते हैं। टिकाऊ उत्पाद, कस्टमाइजेशन और बेहतर किफायती विकल्प उन्हें साल-दर-साल जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।"
यह बढ़ती प्रवृत्ति न सिर्फ ग्राहक संरक्षण को मजबूत बनाएगी बल्कि हेल्थ इंश्योरेंस इंडस्ट्री की स्थिरता और विकास के लिए भी अच्छा संकेत है।