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EPFO की ज्यादा पेंशन वाली स्कीम में क्या है खास? क्या आपको चुनना चाहिए यह विकल्प? जानिए एक्सपर्ट्स की राय

एक्सपर्ट का कहना है कि इससे उन लोगों को फायदा होगा जो हायर मासिक पेंशन चाहते हैं लेकिन रिटायरमेंट पर एकमुश्त बड़ी राशि की जरूरत नहीं है। हायर पेंशन कंट्रिब्यूशन मंथली पेंशन राशि में वृद्धि करेगा लेकिन रिटायरमेंट पर कर्मचारियों को दी जाने वाली EPF एकमुश्त राशि को कम करेगा।

अपडेटेड Feb 26, 2023 पर 6:34 PM
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एम्पलाई पेंशन स्कीम (EPS) के तहत हायर पेंशन के लिए आवेदन जमा करने की डेडलाइन 3 मार्च 2023 है।

एम्पलाई पेंशन स्कीम (EPS) के तहत हायर पेंशन के लिए आवेदन जमा करने की डेडलाइन 3 मार्च 2023 है। इसके तहत कर्मचारियों के पास ज्यादा पेंशन लेने का मौका है। 31 अगस्त 2014 तक जिन कर्मचारियों ने हायर पेंशन का विकल्प नहीं चुना था, वे अब ऐसा कर सकते हैं। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने इसके लिए जरूरी गाइडलाइन जारी किया है। अभी पेंशन के लिए सैलरी की प्रति माह 15000 रुपये की सीमा तय थी। यानी एम्प्लाई के EPS में होने वाला हर महीने का कंट्रिब्यूशन इसी 15000 रुपये में से होता है।

EPFO ने 20 फरवरी को जो सर्कुलर जारी किया है उसके बाद अब 8.33 फीसदी का डिडक्शन प्रति माह 15000 रुपये की सैलरी की जगह एम्प्लाई की वास्तविक बेसिक सैलरी के आधार पर होगा। आइए इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स से जानते हैं कि कर्मचारियों को अधिक पेंशन का विकल्प चुनना चाहिए या नहीं।

EPS के तहत हायर पेंशन चुनने के ये हैं फायदे


पेंशनबॉक्स के को-फाउंडर कुलदीप पराशर ने कहा, "समय के साथ लोगों के लिए अपने फाइनेंशियल फ्यूचर पर फोकस करना जरूरी होता जा रहा है। जब रिटायरमेंट प्लानिंग की बात आती है तब यह और भी अहम हो जाता है। EPFO लोगों को अपने भविष्य को आर्थिक तौर पर सुरक्षित करने के लिए एक बेहतर अवसर प्रदान करता है। एलिजिबल एम्प्लाई को 2014 से पहले उच्च वेतन पर कंट्रिब्यूट करने की अनुमति देकर EPS स्कीम रिटायरमेंट फंड को बढ़ाने में मदद करती है। इससे कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद फाइनेंशियल स्टेबिलिटी मिलेगी।"

केएल बिजनेस स्कूल में डिपार्टमेंट ऑफ एमबीए के एचओडी डॉ. के हेमा दिव्या ने कहा, "संशोधित EPFO नियम सुप्रीम कोर्ट की चार महीने की समय सीमा से दो सप्ताह पहले जारी किए गए थे। इस नए नियम के ज़रिए हम बेहतर कंट्रिब्यूशन के साथ हायर पेंशन प्राप्त कर सकेंगे क्योंकि पेंशन वैधानिक वेतन सीमा को सीमित करने के बजाय वास्तविक मूल वेतन पर आधारित होगी।

हायर पेंशन चुनने का मुख्य फायदा यह है कि इसके ज़रिए आप पेंशन फंड जमा कर सकेंगे, जिससे आपको रिटायरमेंट के बाद गारंटीड इनकम मिलता रहेगा। अगर आपको अधिक खर्च करने की आदत है और बचत नहीं कर पाते हैं तो यह आपके लिए बचत करने का बेहतर तरीका हो सकता है।

लॉन्ग टर्म रिटायरमेंट प्लानिंग

हायर पेंशन का विकल्प चुनना है या नहीं, यह तय करते समय आपको अपने लॉन्ग टर्म रिटायरमेंट गोल्स पर विचार करना चाहिए। अगर आपके पास रिटायरमेंट इनकम के अन्य स्रोत हैं (जैसे पर्सनल पेंशन या निवेश), तो आपको हायर ईपीएस पेंशन की जरूरत नहीं है। हालांकि, अगर आपके पास रिटायरमेंट इनकम के अन्य स्रोत नहीं हैं, तो हायर EPS पेंशन फायदेमंद हो सकती है।

हायर ईपीएस पेंशन का विकल्प चुनने का निर्णय आपकी पर्सनल फाइनेंशियल स्थिति और रिटायरमेंट के लक्ष्यों पर निर्भर करता है। निर्णय लेने से पहले आपको लागत और लाभों पर सावधानीपूर्वक विचार करना चाहिए। निर्णय लेने से पहले आपको अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लेना चाहिए।

आपको यह विकल्प चुनना चाहिए या नहीं?

निखिल विकमसे ने कहा, "इससे उन लोगों को फायदा होगा जो हायर मासिक पेंशन चाहते हैं लेकिन रिटायरमेंट पर एकमुश्त बड़ी राशि की आवश्यकता नहीं है। हायर पेंशन कंट्रिब्यूशन मंथली पेंशन राशि में वृद्धि करेगा लेकिन रिटायरमेंट पर कर्मचारियों को दी जाने वाली EPF एकमुश्त राशि को कम करेगा। इस तरह जिन लोगों के पास अन्य निवेश हैं और इसकी मैच्योरिटी पर एकमुश्त राशि प्राप्त होगी, वे हायर पेंशन स्कीम का विकल्प चुन सकते हैं। हालांकि मासिक पेंशन टैक्सेबल है, लेकिन रिटायरमेंट के बाद दी गई एकमुश्त EPF राशि पर टैक्स छूट मिलता है।"

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