आरबीआई ने 6 अगस्त को सुबह 10 बजे मॉनेटरी पॉलिसी का एलान कर दिया। केंद्रीय बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने रेपो रेट में कमी का एलान नहीं किया। इसका मतलब है कि रेपो रेट 5.50 फीसदी पर बना रहेगा। इससे पहले उन्होंने जून की मॉनेटरी पॉलिसी में रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट्स का ऐलान किया था। अप्रैल की पॉलिसी में भी केंद्रीय बैंक ने 25 बेसिस प्वाइंट्स की कमी की थी। इससे पहले फरवरी में भी कमी हुई थी।
रेपो रेट नहीं घटने से निराशा
रेपो रेट में कमी होम लोन के ग्राहकों के लिए अच्छी खबर होती है। इसमें कमी नहीं होने से थोड़ी निराशा है। अगस्त में रेपो रेट में कमी की उम्मीद की जा रही थी। ज्यादातर एनालिस्ट्स का मानना था कि केंद्रीय बैंक 6 अगस्त को इंटरेस्ट रेट में कमी करेगा। लेकिन, आरबीआई ने नहीं किया। आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक 4 अगस्त को शुरू हुई थी। तीन दिन की बैठक के बाद इसके नतीजें 6 अगस्त को आ गए।
अक्टूबर में रेपो रेट घटने की उम्मीद
आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि केंद्रीय बैंक का फोकस ग्रोथ पर बना रहेगा। लेकिन, रेपो रेट में कमी नहीं होने से होम लोन के मौजूदा ग्राहकों को निराशा हुई है। साथ ही उन लोगों को भी निराशा हुई है, जो घर खरीदने के लिए होम लोन और कार खरीदने के लिए रेपो रेट में कमी का इंतजार कर रहे थे। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब अक्टूबर में रेट में कमी की उम्मीद है।
रेपो रेट घटने से बैंक भी इंटरेस्ट घटाते हैं
आरबीआई के रेपो रेट घटाने के बाद बैंक होम लोन, कार लोन सहित सभी तरह के लोन के इंटरेस्ट रेट में कमी करते हैं। इससे ग्राहकों के लिए लोन लेना सस्ता हो जाता है। लोन की उनकी EMI कम रहती है। इस साल आरबीआई तीन बार रेपो रेट में कमी कर चुका है। इससे होम लोन और कार लोन की EMI में कमी आई है। लेकिन, ग्राहकों को अगस्त में एक बार फिर रेपो रेट में कमी की उम्मीद थी।
अभी कितना है होम लोन का इंटरेस्ट रेट
इस साल आरबीआई ने रेपो रेट में कुल मिलाकर 100 बेसिस प्वाइंट्स की कमी की है। इसका असर होम लोन के इंटरेस्ट रेट पर दिखा है। ज्यादातर बैंकों के होम लोन का इंटरेस्ट रेट 8 फीसदी से नीचे आ गया है। बैंक ऑफ बड़ौदा 7.45 फीसदी के रेट पर होम लोन ऑफर कर रहा है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया तो सिर्फ 7.35 इंटरेस्ट रेट पर होम लोन दे रहा है। देश का सबसे बड़ा बैंक SBI 7.5 फीसदी इंटरेस्ट रेट पर होम लोन दे रहा है।