2025 की तीसरी तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में घरों की कीमतों में सालाना 19 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज हुई है। एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में घरों की कीमतें 7,479 रुपए प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 8,900 रुपए प्रति वर्ग फुट पहुंच गई हैं। वहीं बेंगलुरु में 15 प्रतिशत और हैदराबाद में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो प्रीमियम और रेडी-टू-मूव इन्वेंट्री की मजबूत मांग को दर्शाती है।
मूल्यवृद्धि का मुख्य कारण लग्जरी प्रॉपर्टी की बढ़ती मांग और अवसंरचना के विकास को माना गया है। दिल्ली-एनसीआर में गुरुग्राम और नोएडा जैसे क्षेत्र विशेष रूप से तेजी से उभर रहे हैं, जहां होमबायर्स बेहतर डिजाइन, बेहतर क्वालिटी और सुविधाओं वाली प्रॉपर्टी की मांग कर रहे हैं। बेंगलुरु और हैदराबाद में भी इसी तरह की वृद्धि देखी जा रही है, जो बाजार के स्थिर और गतिशील होने की पुष्टि करती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह वृद्धि केवल एक अस्थायी उछाल नहीं बल्कि एक दीर्घकालीन रुझान है, जिसमें खरीदार गुणवत्ता वाले और बेहतर जीवनशैली वाले आवास पसंद कर रहे हैं। इसके अलावा, देश के अन्य बड़े शहरों में भी प्रॉपर्टी की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी देखी गई है, जिससे रियल एस्टेट सेक्टर में निवेशकों का विश्वास बना हुआ है।
दिल्ली-एनसीआर का रियल एस्टेट बाजार इस समय भारतीय संपत्ति बाजार में शीर्ष पर है, जो लगातार बढ़ती मांग और बेहतर बुनियादी सुविधाओं के कारण एक नए युग में प्रवेश कर रहा है। गृह खरीदने वालों को इस तेजी से बदलते माहौल को ध्यान में रख कर सोच-समझकर निवेश करना चाहिए।