FD Rates: इंडसइंड बैंक ने करोड़ों ग्राहकों को तोहफा दिया है। देश के बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंकों में से एक IndusInd Bank ने एफडी की ब्याज दरों को रिवाइज कर दिया है। बैंक ने 1 साल 4 महीना से एक साल 6 महीने की एफडी शुरू की है, जिसमें बैंक अधिकतम ब्याज ऑफर कर रहा है। बैंक इस एफडी पर सामान्य नागरिकों को 7.99 और सीनियर सिटीजन को 8.49 फीसदी का ब्याज ऑफर कर रहा है। एफडी पर ये नई ब्याज दरें 7 सितंबर से लागू हो गई हैं।
IndusInd Bank बैंक बढ़ाया FD पर ब्याज
IndusInd Bank ने यह रिवीजन 3 करोड़ रुपये से कम की एफडी पर किया है। बैंक आम ग्राहकों को 3.50 फीसदी से लेकर अधिकतम 7.75 फीसदी का ब्याज दे रहा है। बैंक सामान्य ग्राहकों को अधिकतम 7.99 फीसदी का ब्याज ऑफर कर रहा है। बैंक आम ग्राहकों की तुलना में सीनियर सिटीजन को 0.50 फीसदी का एक्स्ट्रा ब्याज दे रहा है। सीनियर सिटीजन को अधिकतम 8.49 फीसदी का ब्याज मिल रहा है।
इंडसइंड बैंक की एफडी दरें (Fixed Deposit Rate on IndusInd Bank)
7 से 30 दिनों में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज - 3.50%
31 से 45 दिनों में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज - 3.75%
46 से 60 दिनों में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज - 4.75%
61 से 90 दिनों में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज - 4.75%
91 से 120 दिनों में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज – 4.75%
121 से 180 दिनों में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज - 5%
181 से 210 दिनों में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज – 5.85%
211 से 269 दिनों में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज – 6.10%
270 से 354 दिनों में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज - 6.35%
355 से 364 दिनों में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज – 6.50%
1 साल से एक साल 3 महीना में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज – 7.75%
1 साल 3 महीना से एक साल 4 महीने में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज - 7.75%
1 साल 4 महीना से एक साल 6 महीने में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज - 7.99%
1 साल से 6 महीने से 2 साल में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज – 7.75%
2 साल से 3 से 2 साल 6 महीने तक एफडी पर ब्याज – 7.25 फीसदी
2 साल 6 महीने से 2 साल 7 महीने तक की एफडी पर ब्याज – 7.25 फीसदी
2 साल 7 महीने से 3 साल 3 महीने तक – 7.25 फीसदी
3 साल 3 महीने से 61 महीने तक – 7.25 फीसदी
61 महीने और उससे अधिक – 7 फीसदी
5 साल से वाली टैक्स सेविंग एफडी पर ब्याज – 7.25 फीसदी