धनतेरस का त्योहार भारतीय संस्कृति में धन-समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। यह पर्व केवल खरीदारी का मौका ही नहीं बल्कि निवेश के लिए भी सही समय समझा जाता है। निवेशकों के लिए धनतेरस एक शुभ अवसर होता है, जब वे अपनी पूंजी को सही दिशा में लगाने के जरिए आने वाले वर्षों के लिए वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। 2025 में धनतेरस पर निवेश के कई विकल्प उपलब्ध हैं, जिन पर ध्यान देकर हर व्यक्ति अपने आर्थिक भविष्य को सुरक्षित बना सकता है।
सबसे पहले, सोने का निवेश परंपरा और सुरक्षा दोनों को जोड़ता है। खासतौर पर BIS हॉलमार्क वाला शुद्ध सोना खरीदना निवेश का सबसे भरोसेमंद तरीका माना जाता है। ऐसे सोने की खरीदारी से न सिर्फ धन की वृद्धि होती है, बल्कि यह पारंपरिक रूप से भाग्यशाली भी माना जाता है। जब बात सोने की आज की आधुनिक खरीदारी की आती है तो डिजिटल गोल्ड काफी लोकप्रिय होता जा रहा है। डिजिटल गोल्ड निवेशकों को सुविधा देता है कि वे अपने स्मार्टफोन या कंप्यूटर के माध्यम से न्यूनतम राशि से सोना खरीद सकें और उसे ऑनलाइन सुरक्षित स्टोर कर सकें। चोरी, नुकसान या भंडारण की चिंता डिजिटल गोल्ड में नहीं होती, इसलिए यह छोटे निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प है।
इसके बाद शेयर बाजार में निवेश धनतेरस के मौके पर निवेशकों में काफी चर्चा में रहता है। इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के जरिए नियमित निवेश करना लाभकारी रहता है। सिक्योरिटी, जोखिम और समय के हिसाब से यह विकल्प बेहतर रिटर्न के साथ साथ टैक्स बचत का भी मौका देता है। ELSS (इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम) खासतौर पर टैक्स बचाने वाले निवेशकों के बीच लोकप्रिय है क्योंकि यह निवेश समझदारी से किया जाए तो बेहतर आय और टैक्स में कटौती दोनों प्रदान करता है।
निवेश की विविधता बनाए रखने के लिए डेट म्यूचुअल फंड, PPF (पब्लिक प्रॉविडेंट फंड), और NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम) जैसे विकल्प भी नजरअंदाज नहीं किए जा सकते। ये विकल्प स्थिरता और दीर्घकालिक सुरक्षा प्रदान करते हैं। इनका हिस्सा पैसा जोखिम को कम करता है और निवेश पोर्टफोलियो को संतुलित रखता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल ऑटो और डिफेंस सेक्टर के स्टॉक्स में भी निवेश अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। खासतौर से भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत इन सेक्टर्स को लेकर कई प्रोत्साहन नीतियां सामने आई हैं, जिनसे यहां निवेश के अवसर बढ़े हैं। लेकिन निवेश करते समय निवेशकों को अनियोजित भावनाओं से बचना चाहिए और निवेश हेतु सही रणनीति के साथ लंबी अवधि में लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए।
धनतेरस का यह पर्व खरीदारी का अवसर होने के साथ-साथ यह निवेश के लिए भी उपयुक्त समय है। सही समय पर सही निवेश के माध्यम से न केवल वर्तमान की जरूरतें पूरी की जा सकती हैं, बल्कि भविष्य की आर्थिक सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सकती है। इसलिए इस धनतेरस समझदारी से अपने निवेश विकल्प चुनें और अपनी आर्थिक समृद्धि के लिए मजबूत आधार तैयार करें।