Post Office: अगर आप सीनियर सिटीजन हैं और अच्छे रिटर्न के साथ बेहतर सेविंग्स स्कीम चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (Senior Citizens Savings Scheme – SCSS) आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। पोस्ट ऑफिस की स्कीम होने के नाते इसमें आपका पैसा सुरक्षित रहता है। यह स्कीम सीनियर सिटीजन के लिये है। हालांकि इस स्कीम में VRS लेने वाले सिविल सेक्टर के सरकारी कर्मचारियों और डिफेंस से रिटायर होने वाले लोगों को कुछ शर्तों के साथ उम्र सीमा में छूट दी जा रही है।
केंद्र सरकार ने 1 अक्टूबर 2022 से इस स्कीम की ब्याज दरों में इजाफा किया है। पहले इसमें 7.4 फीसदी ब्याज दर मिलता था। अब यह बढ़कर 7.6 फीसदी हो गया है। इस स्कीम में बेहतर रिटर्न मिल रहा है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में कोई भी व्यक्ति जिनकी उम्र 60 साल या इससे ज्यादा हो गई है। वो लोग इस स्कीम में अपना अकाउंट खुलवा सकते हैं। इसके साथ ही सिविल सेक्टर के सरकारी पदों से VRS लेने वाले व्यक्ति जिनकी उम्र 55 से 60 साल के बीच है और डिफेंस सेक्टर यानी आर्मी, एयर फोर्स, नेवी समेत अन्य सुरक्षा बलों से रिटायर हो गए हैं। वो भी 50 से 60 साल की उम्र में इस स्कीम के तहत सिंगल या ज्वॉइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं। इस स्कीम की मैच्योरिटी 5 साल की है। इसमें इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये के निवेश पर टैक्स छूट मिलता है।
FD से ज्यादा मिल रहा ज्यादा ब्याज दर
इस स्कीम में वरिष्ठ नागरिक कम से कम 1,000 रुपये तक निवेश कर सकते हैं। वहीं ज्यादा से ज्यादा 15 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम में निवेशकों को 7.6 फीसदी ब्याज दर मिलता है। आमतौर पर ज्यादातर बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 6 फीसदी से 7 फीसदी तक ब्याज दर ऑफर कर रहे हैं। ऐसे में यह बैंकों की FD के मुकाबले बहुत ज्यादा ब्याज ऑफर करता हैं। वहीं भारत में महंगाई दर की बात करें तो यह फिलहाल यह 7 फीसदी है। ऐसे में महंगाई के मुताबिक इसमें बेहतर रिटर्न मिलने की पूरी संभावना है। पोस्ट ऑफिस में किए गए निवेश में किसी भी तरह का जोखिम नहीं रहता है।
प्री-मैच्योरिटी की शर्तें
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में अकाउंट खुलवाने के बाद कभी भी इससे बंद करा सकते हैं। लेकिन एक साल से कम अवधि में अकाउंट बंद करने पर निवेश की गई रकम पर किसी भी प्रकार का ब्याज नहीं मिलेगा। इसके साथ ही अगर आप 1 से 2 साल के बीच में अकाउंट बंद कराते हैं, तो आपको दी गई ब्याज की राशि में से 1.5 फीसदी की कटौती की जाएगी। ऐसे ही अगर आप 2 से 5 सालों के बीच में निवेश को बंद कराते हैं तो आपकी राशि में से 1 फीसदी की कटौती की जाएगी।