LIC Dhan Rekha Policy : भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी LIC अपने कस्टमर्स की जरूरतों के हिसाब से कई बीमा पॉलिसी प्रदान करती है। इसमें टर्म इंश्योरेंस, एंडोमेंट प्लान, मनी-बैक पॉलिसी, होल लाइफ प्लान और यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP) शामिल हैं। कंपनी चाइल्ड प्लान, रिटायरमेंट प्लान और ग्रुप इंश्योरेंस स्कीम जैसी खास स्कीम भी उपलब्ध कराती है। यहां हम एलआईसी की ऐसी ही एक पॉलिसी के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिसका नाम है - धन रेखा पॉलिसी। आइए जानते हैं इस पॉलिसी में क्या खास है।
क्या है इस पॉलिसी में खास
LIC धन रेखा एक नॉन-लिंक्ड, नॉन-पार्टिसिपेटिंग, इंडिविजुअल, सेविंग, लाइफ इंश्योरेंस प्लान है, जिसमें प्रोटेक्शन और सेविंग का कॉम्बिनेशन मिलता है। यह प्लान पॉलिसी अवधि के दौरान पॉलिसीधारक की मृत्यु के मामले में परिवार को फाइनेंशियल सपोर्ट प्रदान करती है।
पॉलिसी के दौरान पॉलिसीधारक को नियमित अंतराल पर ‘सर्वाइवल’ लाभ के तौर पर मिलता है, लेकिन इसके लिए पॉलिसी का चालू होना जरूरी है। पॉलिसी मेच्योर होने पर पूरा पैसा एक बार में मिलता है। हालांकि, निवेश को लेकर फैसले लेने से पहले निवेशकों को एलआईसी की आधिकारिक वेबसाइट पर प्लान से जुड़े दस्तावेजों को पढ़ना चाहिए और एक्सपर्ट्स की सलाह भी लेनी चाहिए।
एलआईसी की धन रेखा स्कीम 10 साल, 15 साल और 20 साल के सिंगल प्रीमियम और लिमिटेड प्रीमियम पेमेंट टर्म के भुगतान के साथ उपलब्ध है। इसके साथ ही इस पॉलिसी में महिलाओं के लिए स्पेशल प्रीमियम रेट्स तय की गई हैं। अगर ये पॉलिसी महिलाओं के नाम पर ली जाती हैं तो प्रीमियम की दरें कम होती हैं।
धन रेखा पॉलिसी के तहत 40 साल के टर्म पर कम से कम उम्र 90 दिन और अधिकतम उम्र 55 साल है। 30 वर्ष के टर्म पर 2 साल से 45 साल और 20 वर्ष के टर्म पर मिनिमम 3 साल और अधिकतम 35 साल की उम्र तय की गई है। कोई भी भारतीय नागरिक इस पॉलिसी को खरीद सकता है। इस प्लान को एजेंट के माध्यम से ऑफलाइन के साथ-साथ वेबसाइट www.licindia.in के माध्यम से सीधे ऑनलाइन खरीदा जा सकता है।
अगर किसी की टर्म के अंदर मौत हो जाती है तो बीमा की कुल राशि का 125 फीसदी बोनस के साथ नॉमिनी को दिया जाता है। वहीं, मैच्योरिटी पूरी होने के बाद बीमा होल्डर्स को 100 फीसदी मनी बैक के साथ दिया जाता है। इसमें मनी बैक को 100 फीसदी की मैच्योरिटी में नहीं जोड़ा जाता है।
20 साल की पॉलिसी- 10वें और 15वें साल के अंत में सम एश्योर्ड का 10 फीसदी।
30 साल की पॉलिसी - 15वें, 20वें और 25वें साल के अंत में सम एश्योर्ड का 15 फीसदी।
40 साल की पॉलिसी - 20वें, 25वें, 30वें और 35वें साल के अंत में सम एश्योर्ड का 20 फीसदी।