5 निजी इंश्योरेंस कंपनियों के खिलाफ IRDAI ने जांच शुरू कर दी है। महंगे हेल्थ प्रीमियम और क्लेम रिजेक्शन मामले को लेकर IRDAI ने सख्त रुख अपनाया है। देश की 5 निजी इंश्योरेंस कंपनियां काफी समय से इश्योरेंस रेग्युलेटर IRDAI (इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी) की राडार पर थीं। अब इन सभी पर IRDAI ने जांच शुरू कर दी है। जांच में दोषी पाए जाने पर IRDAI इन कंपनियों पर पेनाल्टी भी लगा सकती है। बता दें कि स्टार हेल्थ इंश्योरेंस पर पहले से जांच जारी है।
दरअसल इन पर आरोप ये है कि इन कंपनियों ने पूरे देश में यूनीफार्म तरीके से हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम बढ़ाया है। यह एक तरह से कॉर्टेलाइजेशन था। इसके अलावा इनका क्लेम रिजेक्शन भी काफी ज्यादा है। प्रीमियम बढ़ोतरी और क्लेम रिजेक्शन दोनों 30 फीसदी के आसपास है। वित्त मंत्रालय, इंश्योरेंस कंपनियों खास पर निजी इंश्योरेंस कंपनियों के रवैए से काफी नाराज है। वित्त मंत्रालय ने ही IRDAI को निर्देश दिया था कि वह इन कंपनियों की जांच करे।
सरकारी सूत्रों के हवाले ले मिली जानकारी के मुताबिक हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां कम दावा निपटान अनुपात के बावजूद भी सालाना प्रीमियम में अनुचित बढ़त कर रही हैं, जिसके लिए रेग्युलेटर द्वारा कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है। सूत्रों ने फ़र्मों का नाम लिए बिना कहा कि कुछ निजी बीमा कंपनियों पर एक महीने में रेग्युलेटरी ऐक्शन होने की उम्मीद है। सूत्र के मुताबिक आईआरडीए ने पहले ही ठोस मामलों के आधार पर कई निजी बीमा कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और एक या दो कंपनियों को जल्द ही दंडित किया जाएगा ताकि पूरी इंडस्ट्री के लिए एक उदाहरण स्थापित किया जा सके।