Personal Loan Pre-closure: हम में से ज्यादातर लोगों को कभी न कभी पर्सनल लोन लेने की जरूरत पड़ती है। लेकिन, बड़े-बुजुर्ग हमेशा कहते हैं कि कर्ज कोई भी हो, वह बोझ की तरह होता है। उसे जितना जल्दी हो, उतार देना चाहिए। इसलिए पर्सनल लोन को समय से पहले चुकाना (प्री-क्लोजर) समझदारी भरा फैसला हो सकता है। लेकिन यह कदम उठाने से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, नहीं तो आपका नुकसान हो सकता है।
पर्सनल लोन प्री-क्लोजर क्या है?
प्री-क्लोजर का मतलब होता है कि लोन की पूरी रकम तय समय से पहले चुका दी जाए। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है, जिनके पास पर्याप्त फंड हैं और वे जल्दी कर्ज से छुटकारा पाना चाहते हैं।
प्री-क्लोजर करने से ब्याज पर बचत होती है, क्योंकि जितना लंबा लोन चलेगा, उतना अधिक ब्याज चुकाना पड़ेगा। जल्दी लोन खत्म करने से क्रेडिट स्कोर भी बेहतर हो सकता है, जिससे भविष्य में आसानी से लोन मिल सकता है।
समय से पहले लोन चुकाने के फायदे
लोन प्री-क्लोजर के नुकसान
RBI के नए नियम और इनका असर
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 21 फरवरी 2025 को नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इनके तहत फ्लोटिंग रेट लोन पर प्री-पेमेंट चार्ज खत्म करने की बात कही गई है। अगर ये नियम लागू होते हैं, तो इससे उधारकर्ताओं को लोन जल्दी चुकाने में और आसानी होगी। RBI ने इस प्रस्ताव पर जनता और स्टेकहोल्डर्स से 21 मार्च 2025 तक सुझाव मांगे थे।
क्या आपको पर्सनल लोन प्री-क्लोज करना चाहिए?
अगर आपके पास अतिरिक्त पैसा है और आप भविष्य में कैश की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए फैसला लेते हैं, तो लोन का प्री-क्लोजर एक अच्छा विकल्प हो सकता है। लेकिन इससे पहले चार्ज, ब्याज बचत, निवेश के अन्य अवसरों और आपकी मौजूदा वित्तीय स्थिति का अच्छी तरह से मूल्यांकन करना जरूरी है।
(नोट: हर बैंक के प्री-क्लोजर नियम अलग-अलग हो सकते हैं, इसलिए लोन प्री-क्लोज करने से पहले अपने बैंक या वित्तीय संस्थान से सभी शुल्क और शर्तों की जानकारी जरूर लें।)