शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव को देखते हुए इनवेस्टर्स रिस्क लेने से बच रहे हैं। ऐसे में उन स्कीमों का अट्रैक्शन बढ़ गया है, जिनमें इनवेस्ट करने में किसी तरह का जोखिम नहीं होता है। ये स्कीमें सरकार की तरफ से चलाई जाती हैं। किसान विकास पत्र (KVP) ऐसी ही एक स्कीम है। यह डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट्स की उन 9 स्कीमों में शामिल हैं, जिसके रिटर्न पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का असर नहीं पड़ता है।
केवीपी (Kisan Vikas Patra) में 124 महीने में पैसा दोगुना हो जाता है। इस साल की सितंबर तिमाही में इस स्कीम का इंटरेस्ट रेट 6.9 फीसदी है। सरकार इंडिया पोस्ट की स्मॉल सेविंग्स स्कीमों के इंटरेस्ट रेट का रिव्यू हर तिमाही करती है। बाजार की स्थितियों को ध्यान में रख इनमें बदलाव किया जाता है। केवीपी में कम से कम आपको 1000 रुपये निवेश करना होगा। आपका पैसा 124 महीने यानी 10 साल चार महीने में दोगुना हो जाएगा।
अगर आप अभी 10 लाख रुपये का इनवेस्टमेंट केवीपी में करते हैं तो 6.9 फीसदी ब्याज दर से 124 महीने बाद आपको 20 लाख रुपये मिलेंगे। कोई व्यक्ति इस स्कीम में निवेश कर सकता है। इस स्कीम में ज्वाइंटली भी निवेश किया जा सकता है। यह बात आपको ध्यान में रखनी होगी कि इस स्कीम में निवेश करने पर आपको टैक्स बेनेफिट नहीं मिलता है। इस स्कीम में मिलने वाले इंटरेस्ट पर टैक्स लगेगा। इसे दूसरे स्रोत से हासिल आय माना जाएगा।
कुछ स्थितियों में तय समय से पहले इस स्कीम से पैसे निकालने की इजाजत है। अकाउंट होल्डर की मृत्यु होने पर इसे बंद कराया जा सकता है। केवीपी अकाउंट को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को ट्रांसफर कराने की इजाजत है। यह स्कीम उन लोगों के लिए ठीक है जो बिल्कुल रिस्क नहीं लेना चाहता। एक तो इसमें आपको मिलने वाले रिटर्न का अंदाजा पहले से होता है। दूसरा, सरकारी स्कीम होने के चलते इसमें पैसा डूबने का कोई डर नहीं होता है।
किसान विकास पत्र (KVP) में सर्टिफिकेट के रूप में निवेश होता है। आप इस सर्टिफिकेट को 1,000 रुपये, 5,000 रुपये, 10,000 रुपये और 50,000 रुपये के रूप में खरीद सकते हैं। मैच्योरिटी पर आपको यह सर्टिफिकेट दिखाने के बाद पेमेंट कर दिया जाता है। इस स्कीम में अधिकतम निवेश के लिए कोई सीमा तय नहीं है।