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Health Insurance: जानिए कैसे मटेरियल चेंज क्लॉज से प्रभावित हो सकती है आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी?

Health Insurance: मटेरियल चेंज क्लॉज हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में पॉलिसीधारकों को अपने स्वास्थ्य में होने वाले किसी भी नए या महत्वपूर्ण बदलाव की सूचना बीमा कंपनी को देने की जरूरत बताता है।

Edited By: Shradha Tulsyanअपडेटेड Nov 13, 2025 पर 10:26 PM
Health Insurance: जानिए कैसे मटेरियल चेंज क्लॉज से प्रभावित हो सकती है आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी?

हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में शामिल 'मटेरियल चेंज' क्लॉज पॉलिसीधारकों को उनकी स्वास्थ्य स्थिति में किसी भी महत्वपूर्ण बदलाव की सूचना देने के लिए बाध्य करता है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इस क्लॉज के जरिए बीमा कंपनियां प्रीमियम बढ़ाने या क्लेम अस्वीकार करने का बहाना नहीं बना सकतीं, क्योंकि IRDAI (भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण) के नियम पालिसी की अवधि के दौरान लगातार नवीनीकरण की गारंटी देते हैं।

मटेरियल चेंज क्लॉज क्या है?

यह क्लॉज इस बात पर जोर देता है कि पॉलिसीधारक को अपने स्वास्थ्य में आने वाले नए रोग या हालत का बीमा कंपनी को समय पर सूचित करना चाहिए। इस सूचना के आधार पर बीमा कंपनी पॉलिसी की शर्तों, कवर या प्रीमियम में समग्र बदलाव कर सकती है, लेकिन यह बदलाव सभी पॉलिसीधारकों पर समान रूप से लागू होना चाहिए, व्यक्तिगत स्तर पर नहीं।

IRDAI के नियम

IRDAI के निर्देशों के अनुसार, बीमा कंपनियां इसलिए पालिसी नवीनीकरण या प्रीमियम बढ़ोतरी नहीं कर सकतीं क्योंकि पॉलिसीधारक ने क्लेम किया हो। यदि प्रीमियम में कोई बदलाव होता है, तो उसे सभी ग्राहकों पर समान रूप से लागू करना होगा और IRDAI के उत्पाद प्रबंधन समिति से इसकी मंजूरी लेनी आवश्यक होती है।

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