कोटक इक्विटी सेविंग्स फंड ने 11 साल में निवेशकों का पैसा तिगुना कर दिया है। यह स्कीम अक्टूबर 2014 में लॉन्च हुई थी। इस साल अक्टूबर में इस स्कीम ने 11 साल पूरे किए। इस फंड का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) पिछले महीने 8,400 करोड़ रुपये पार कर गया। इस फंड ने शुरुआत से अब तक 10.3 फीसदी का सीएजीआर रिटर्न दिया है। इसके मुकाबले निफ्टी इक्विटी सेविंग्स इंडेक्स टीआरआई का रिटर्न 9.09 फीसदी रहा।
10000 का एकमुश्त निवेश 30000 रुपये हुआ होता
कोटक एसेट मैनेजमेंट कंपनी के डेटा के मुताबिक, अगर किसी इनवेस्टर ने इस स्कीम में अक्टूबर 2014 में 10,000 रुपये का निवेश किया होता तो आज पैसा बढ़कर 29,659 रुपये हो गया होता। किसी इनवेस्टर ने अगर फंड के लॉन्च होने के वक्त हर महीने 10,000 रुपये का सिप शुरू किया होता तो उसका पैसा बढ़कर 25.1 लाख रुपये हो गया होता। यह 11.05 फीसदी की सीएजीआर यील्ड है।
आर्बिट्रॉज के मौकों का फायदा उठाने की कोशिश
कोटक इक्विटी सेविंग्स फंड एक हाइब्रिड फंड है, जो मुख्य रूप से कैश और डेरिवेटिव सेगमेंट में आर्बिट्रॉज के मौके का फायदा उठाता है। यह स्ट्रेटेजी फंड को संतुलित इनकम जेनरेट करने के साथ ही लंबी अवधि में कैपिटल बढ़ाने में मदद करती है। कोटक एसेट मैनेजमेंट कंपनी इंडिया के बड़े फंड हाउसेज में से एक है।
इन दिग्गज कपनियों में फंड ने किया है निवेश
इस फंड के ताजा पोर्टफोलियो डिसक्लोजर के मुताबिक, इसने मारुति सुजुकी (3.67 फीसदी), हीरो मोटोकॉरक्प (3.24 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (2.5 फीसदी), रेडिको खेताना (1.97 फीसदी), पूनावाला फिनकॉर्प (1.85 फीसदी), भारती एयरटेल (1.68 फीसदी), पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस (1.68 फीसदी) और इंडस टावर्स (1.65 फीसदी) निवेश किया है।
सिंघल और बिसन हैं फंड मैनेजर्स
इस फंड का शॉर्प रेशियो 1.02, स्टैंडर्ड डेविएशन 5.08 फीसदी और पोर्टफोलियो टर्नओवर रेशियो 448 फीसदी है। देवेंदर सिंघल और अभिषेक बिसन इस फंड के फंड मैनेजर हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि किसी फंड के पिछले अच्छे रिटर्न को भविष्य में उसके अच्छे रिटर्न की गारंटी नहीं मानना चाहिए। इस फंड में निवेश से पहले इनवेस्टर्स फाइनेंशियल एडवाइजर्स की सलाह ले सकते हैं।