Kotak Mahindra MF ने स्मॉलकैप फंड में निवेश के लिए अमाउंट की सीमा तय की

2023 में स्मॉलकैप स्टॉक्स और मिडकैप स्टॉक्स की कीमतों में उछाल आया। इस वजह से दोनों ही तरह की स्कीमों में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी। पिछले साल स्मॉलकैप फंडों में 41,000 करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश हुआ

अपडेटेड Feb 26, 2024 पर 4:10 PM
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कोटक स्मॉलकैप फंड स्मॉलकैप कैटेगरी की छठी सबसे बड़ी स्कीम है। इसका एसेट अंडर मैनेजमेंट जनवरी के अंत में 14,426 करोड़ रुपये था।

Kotak Mahindra Mutual Fund ने अपने स्मॉलकैप फंड में सीमित एकमुश्त निवेश की इजाजत देने का फैसला लिया है। इससे पहले कुछ एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMC) ने अपने स्मॉलकैप फंडों में नए एकमुश्त निवेश के लिए अमाउंट की सीमा तय करने का ऐलान किया था। कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी ने इस बारे में 26 फरवरी को नोटिफिकेशन के जरिए जानकारी दी है। उसने कहा है कि उसने कोटक स्मॉल कैप फंड में अस्थायी रूप से सब्सक्रिप्शन को सीमित करने का फैसला लिया है। यह 4 मार्च, 2023 से लागू होगा। उसने कहा है कि यह फैसला फंड के मौजूदा यूनिटहोल्डर्स के हित में लिया गया है।

2023 में स्मॉलकैप स्टॉक्स की कीमतों में उछाल

पिछले कई महीनों में स्मॉलकैप स्टॉक्स के शेयरों की कीमतों में काफी तेजी आई है। इससे स्मॉलकैप स्टॉक्स काफी महंगे हो गए हैं। कोटक एएमसी ने कहा है कि उसके स्मॉलकैप फंड में एकमुश्त निवेश, अतिरिक्त निवेश या स्विच-इन के लिए प्रति PAN प्रति माह 2 लाख रुपये की सीमा होगी। सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) या सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान (STP) या इस तरह के दूसरे प्रोडक्ट्स के जरिए नए रजिस्ट्रेशन के लिए प्रति पैन और प्रति माह 25,000 रुपये की सीमा रहेगी। यह डेली, वीकली, मंथली और तिमाही फ्रीक्वेंसी वाले निवेश पर लागू होगी।


अप्लिकेशंस के लिए लिमिट तय नहीं

सिप या एसटीपी के जरिए अप्लिकेशंस की संख्या के लिए कोई लिमिट तय नहीं की गई है। कोटक स्मॉलकैप फंड में कोई निवेशक सिप/एसटीपी के लिए कई अप्लिकेशंस दे सकता है। शर्त यह है कि निवेश का कुल अमाउंट प्रति माह और प्रति पैन 25,000 रुपये की सीमा से ज्यादा नहीं होना चाहिए। पिछले कुछ समय में स्मॉलकैप स्टॉक्स में आई जबर्दस्त तेजी की वजह से निवेशकों की दिलचस्पी म्यूचुअल फंडों की स्मॉलकैप स्कीमों में बढ़ी है।

ये फंड भी निवेश पर लगा चुके हैं रोक

स्मॉलकैप फंडों में 2023 में कुल 41,035 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। मिडकैप फंडों में कुल 22,913 करोड़ रुपये का निवेश आया। दूसरी तरफ लार्जकैप फंडों में कुल 2,968 करोड़ रुपये की बिकवाली हुई। कोटक महिंद्रा म्यूचुअल फंड से पहले एसबीआई एमएफ ने अपने एसबीआई स्मॉलकैप फंड में सितंबर 2020 में एकमुश्त निवेश पर रोक लगाई थी। अभी यह एमएमसी सिफ के जरिए 25,000 करोड़ रुपये निवेश की इजाजत दे रही है।

स्मॉलकैप फंडों में बढ़ी है निवेशकों की दिलचस्पी

Nippon India Life Asset Management ने जुलाई 2023 में अपने स्मॉलकैप फंड में एकमुश्त निवेश नहीं लेने का ऐलान किया था। टाटा म्यूचुअल फंड ने भी पिछले साल जुलाई में टाटा स्मॉल कैप में एकमुश्त और स्विच-इन इनवेस्टमेंट रोक देने के ऐलान किया था। निवेशकों की स्मॉलकैप फंडों में बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए एसेट मैनेजमेंट कंपनियां ऐसे फैसले ले रही हैं।

कोटक स्मॉलकैप छठी सबसे बड़ी स्मॉलकैप स्कीम

कोटक स्मॉलकैप फंड इस कैटेगरी की छठी बड़ी स्कीम है। इसका एसेट अंडर मैनेजमेंट जनवरी के अंत में 14,426 करोड़ रुपये था। इस कैटेगरी की दूसरी बड़ी स्कीमों में Nippon India Small Cap (45,894 करोड़) और एचडीएफसी स्मॉलकैप (28,607 करोड़) शामिल हैं।

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