Loan Foreclosing: लोन लेने वाले अधिकतर लोग इसे जल्दी खत्म करना चाहते हैं ताकि ब्याज का बोझ कम हो सके। लेकिन सवाल उठता है कि क्या लोन को समय से पहले चुकाने यानी फोरक्लोजर करने से क्रेडिट स्कोर पर असर पड़ता है? एक्सपर्ट का मानना है कि इसका असर कई बातों पर निर्भर करता है जैसे लोन का टाइप, चुकाने का समय, आपका क्रेडिट प्रोफाइल और बैंक या एनबीएफसी के नियम।
लोन फोरक्लोज करना आम तौर पर सकारात्मक कदम है। हालांकि, इसका असर आपके क्रेडिट मिक्स, बाकी बचे लोन, कर्ज-इनक रेशो और क्रेडिट एज यानी लोन की पुरानी हिस्ट्री पर पड़ता है। अगर आप होम या कार लोन जल्दी चुकाते हैं, तो क्रेडिट स्कोर थोड़ा घट सकता है क्योंकि लंबी रिपेमेंट हिस्ट्री और लोन मिक्स कम हो जाता है। वहीं, पर्सनल लोन जैसे अनसिक्योर्ड लोन जल्दी चुकाने से क्रेडिट स्कोर में सुधार होता है क्योंकि बैंक आपको कम रिस्क वाला मानते हैं।
लोन फोरक्लोजर का सबसे बड़ा फायदा ब्याज की बचत है। लोन की शुरुआती किश्तों में ब्याज ज्यादा होता है। उदाहरण के लिए 50 लाख रुपये का होम लोन 12% ब्याज दर पर 10वें साल में चुकाने पर करीब 37 लाख रुपये की ब्याज बचत होती है, जबकि 15वें साल में चुकाने पर केवल 13 लाख रुपये की बचत होगी। 30 लाख रुपये का लोन 5वें साल में बंद करने पर 15–18 लाख रुपये तक ब्याज बच सकता है।
क्रेडिट स्कोर की बात करें तो चाहे लोन जल्दी चुकाएं या देर से, अगर आपने समय पर EMI दी है तो रिपोर्ट में यह Closed – Full Payment दर्ज होता है, जिससे स्कोर पर सकारात्मक या तटस्थ असर ही पड़ता है। 2 लाख रुपये का पर्सनल लोन 24 महीनों के लिए लिया गया था। ग्राहक ने 12 महीने बाद 1.08 लाख रुपये बाकी रहते ही लोन बंद कर दिया। इससे करीब 9,600 रुपये ब्याज बचा और तीन महीने में उसका सिबिल स्कोर 715 से बढ़कर 740 हो गया।
प्रीपेमेंट चार्ज: फ्लोटिंग रेट होम लोन पर RBI ने पेनाल्टी हटा दी है, लेकिन फिक्स्ड रेट होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन पर 2–5% तक चार्ज लग सकता है।
नो ड्यू सर्टिफिकेट लें: अगर रिपोर्ट में लोन सेटल्ड लिखा गया तो स्कोर घट सकता है। इसे क्लोज्ड दिखाना जरूरी है।
लिक्विडिटी प्लानिंग करें: एकमुश्त रकम चुकाने से आपके पास जरूरी खर्चों के लिए पैसा कम न बचे।
कई लोन साथ में बंद करने से अस्थायी रूप से क्रेडिट मिक्स बिगड़ सकता है, लेकिन लंबे समय में फायदा ही होता है।