मध्य प्रदेश में किसानों के लिए खुशखबरी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दिवाली और दशहरे के त्योहार के बीच ही किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए बड़ी पहल की है। उन्होंने प्रभावित किसानों के खाते में सीधे 653 करोड़ रुपये से अधिक की राहत राशि भेजी है, जिससे करीब 8.84 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं। इस मदद का उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं जैसे भारी बारिश, कीट व्याधि और पीला मोजेक जैसी फसल नुकसान को कम करना है।
क्या है इस योजना की खास बात
यह रकम उन किसानों को दी गई है, जिनकी फसलें प्राकृतिक आपदाओं की वजह से बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। इनमें से कई जिलों जैसे मंदसौर, खंडवा, विदिशा, बुरहानपुर, नीमच, रतलाम, मंडला, शहडोल और दामोह शामिल हैं। जिन क्षेत्रों में 21 फीसदी से अधिक बारिश हुई, उन्हें प्राथमिकता दी गई।
इस योजना के तहत, प्रभावित किसानों को अलग-अलग जानवरों और फसलों के लिए अलग-अलग राशि दी गई है। पहली बार, पीला मोजेक के लिए भी आर्थिक सहायता दी गई है। इस साल पहली बार सोयाबीन की फसल पर पीला मोजेक का कहर पड़ा, जिसमें 1700 गांव के लगभग 4.94 लाख किसानों को फायदा पहुंचा है।
मुख्यमंत्री ने किसान हित में डिजिटल सरकार के तहत 'सिंगल क्लिक' के माध्यम से किसानों के खातों में पैसा ट्रांसफर किया। इससे किसानों का समय बर्बाद नहीं होता और बिना लंबे फार्म भरने के तुरंत ही सहायता पहुंच जाती है। इसके अलावा, सरकार ने पहले ही करीब 230 करोड़ रुपये की राहत राशि अधिक बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान के लिए जारी कर चुके हैं।
सीएम यादव ने यह भी संकेत दिया है कि वर्तमान योजनाओं के अलावा, सरकार जल्दी ही और भी राहत योजनाओं की घोषण करने की योजना बना रही है। किसानों को अब वित्तीय सहायता का लाभ जल्दी लेने के लिए अपने दस्तावेज अपडेट कराना जरूरी है। सरकार का प्रयास है कि हर प्रभावित किसान को समय पर सहायता मिले और उन्हें अपने परिवार का पालन-पोषण आसानी से कर सके।