Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि अगर राज्य की महिलाओं का उनकी सरकार को समर्थन मिला तो 'लाडकी बहिन' योजना के तहत आर्थिक सहायता राशि बढ़ाकर 3,000 रुपये कर दी जाएगी। बात दें कि अभी इस योजना के तहत विवाहित, विधवा और बेसहारा महिलाओं को 1,500 रुपये का मासिक भुगतान किया जा रहा है। एकनाथ शिंदे की मानें तो अगली महायुति की सरकार में इसे 3,000 रुपये मासिक कर दिया जाएगा।
विधानसभा चुनाव से पहले शुरू की गई 'महायुति' गठबंधन सरकार की महत्वाकांक्षी कल्याणकारी योजना 'मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना' के तहत 21 से 65 साल की विवाहित, विधवा और बेसहारा महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये दिए जा रहे हैं। इसके लिए लाभार्थी की वार्षिक पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये तक होनी चाहिए।
शिंदे (Eknath Shinde) ने इस बात पर हैरानी जताई कि आखिर विपक्षी दल उनकी सरकार की कल्याणकारी पहलों को लेकर ईर्ष्या क्यों करते हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का 'महायुति' गठबंधन आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता में वापसी करेगा। उन्होंने कोल्हापुर के कन्हेरी मठ में धर्म ध्वज के उद्घाटन के अवसर पर संतों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं।
शिंदे ने 'लाडकी बहिन (Ladki Bahin Yojana Maharashtra)' योजना को लेकर सरकार की आलोचना करने के लिए विपक्षी दलों की आलोचना की और पूछा कि उन्हें ईर्ष्या क्यों हो रही है? पीटीआई के मुताबिक उन्होंने कहा, "अगर प्यारी बहनें सरकार को ताकत देंगी तो सरकार इसे 1,500 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये कर देगी। यहां तक कि इसे 3,000 रुपये तक भी किया जा सकता है।"
सीएम शिंदे ने कहा, 'हम मासिक भुगतान को 2,500 रुपये और फिर 3,000 रुपये तक ले जाएंगे। हमारा इरादा इससे कहीं अधिक देने का है। इसके लिए आपको हमें अधिक शक्ति देनी होगी।' शिंदे ने कहा कि विपक्ष इसलिए शोर मचा रहा है क्योंकि उसे इस स्कीम की लोकप्रियता का एहसास हो गया है। उसे इसके राजनीतिक नतीजों का डर है। सीएम शिंदे ने देसी गायों को 'राज्यमाता-गोमाता' घोषित करने के सरकार के कदम को ऐतिहासिक फैसला बताया।
महाराष्ट्र पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में एक चुनावी रैली में चेतावनी दी थी कि विपक्ष 'लाडकी बहिन' योजना को बंद करने की कोशिश कर रहा है। वहीं हाल ही में डिप्टी सीएम अजित पवार ने भी कहा, 'नवंबर में चुनाव होंगे और अगर आप हमें सत्ता में लाते हैं, तो मैं वादा करता हूं कि यह योजना अगले पांच साल तक जारी रहेगी।'