Gold Rate: भारत में सोना सिर्फ गहनों और शौक का हिस्सा नहीं, बल्कि शादी-ब्याह, त्योहार और निवेश के लिए सबसे भरोसेमंद ऑप्शन माना जाता है। लेकिन जब सोना खरीदने की बात आती है तो कितने कैरेट का सोना लें, ये सवाल सबसे पहले आता है। अब गोल्ड का रेट 1,12,000 रुपये के ऊपर पहुंचने के बाद कैरेट का महत्व बढ़ने लगा है। गोल्ड का कैरेट कम होने से ज्वैलरी सस्ती हो जाती कैरेट दरअसल सोने की शुद्धता बताता है। उसी पर उसकी मजबूती और कीमत भी निर्भर करती है।
24 कैरेट यानी करीब 99.9% शुद्ध सोना होता है। इसका रंग गहरा पीला और चमक अलग ही होती है। निवेश के लिहाज से 24 कैरेट सोना कॉइन और बार बेस्ट है क्योंकि इसमें मिलावट लगभग न के बराबर होती है। लेकिन इसकी कमजोरी भी यही है। ये बहुत मुलायम होता है। अंगूठी, ब्रेसलेट या रोजाना इस्तेमाल होने वाले गहनों में ये जल्दी मुड़ या खरोंच सकता है। इसलिए गहनों में इसका इस्तेमाल कम ही होता है।
22 कैरेट सोना करीब 91.6% शुद्ध होता है और इसमें थोड़ी-सी कॉपर या सिल्वर मिलाई जाती है ताकि ये मजबूत बने। भारत में ज्यादातर गहने इसी कैरेट के होते हैं, चूड़ियां, हार, मंगलसूत्र या शादी के सेट। ये रोजाना पहनने लायक भी होता है और इसकी रीसेल वैल्यू भी अच्छी रहती है। यही वजह है कि लोग गहनों के लिए सबसे ज्यादा 22 कैरेट को पसंद करते हैं।
18 कैरेट सोना लगभग 75% शुद्ध होता है और बाकी हिस्सा तांबा, चांदी या अन्य धातुओं का होता है। ये सबसे ज्यादा मजबूत माना जाता है और डिजाइनर ज्वेलरी में खूब इस्तेमाल होता है। खासकर जब गहनों में हीरे, पन्ना या कोई और रत्न जड़े हों, तब 18 कैरेट सबसे सही रहता है क्योंकि इसमें स्टोन निकलने का डर कम होता है। इसका रंग थोड़ा हल्का होता है और ये मॉडर्न लुक पसंद करने वालों को पसंद आता है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक ये है गोल्ड कीमत
24K सोना: करीब 1,09,511 रुपये
22K सोना: करीब 1,00,312 रुपये
18K सोना: करीब 82,133 रुपये
यानी जितनी ज्यादा शुद्धता, उतनी ज्यादा कीमत।
निवेश के लिए: 24 कैरेट कॉइन और बार बेस्ट।
गहनों के लिए: 22 कैरेट सही रहेगा।
डिजाइनर और स्टोन जड़े गहनों के लिए: 18 कैरेट सबसे अच्छा है।