महाराष्ट्र सरकार ने मराठवाड़ा क्षेत्र में भारी बारिश और बाढ़ से हुई फसल क्षति के मद्देनजर किसानों को राहत देने के लिए 1,500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। यह राशि सीधे प्रभावित किसानों के खातों में जमा की जाएगी ताकि उन्हें आर्थिक मदद समय रहते मिल सके। मराठवाड़ा में छत्रपति संभाजीनगर, जालना, लातूर, परभणी, नांदेड़, हिंगोली, बीड़ और धाराशिव जिले शामिल हैं, जहां मई से अगस्त तक बारिश और बाढ़ की वजह से फसलें व्यापक नुकसान झेल चुकी हैं।
राज्य के डिविजनल कमिश्नर जितेंद्र पापलकर के मुताबिक, फसल नुकसान का 80 प्रतिशत से अधिक सर्वेक्षण पूरा हो चुका है और सूची पोर्टल पर तुरंत अपलोड करने के आदेश अधिकारियों को दे दिए गए हैं। इसके साथ ही बारिश के दौरान जान गंवाने वाले, अपने पशु और घर खो चुके परिवारों को भी प्राथमिकता से सहायता दी जाएगी। पिछले कुछ हफ्तों में मराठवाड़ा में करीब 86 लोगों की जान गई है और लाखों एकड़ में फसलें बर्बाद हो चुकी हैं।
मौसम विभाग ने अगले तीन से चार दिनों के लिए भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, इसलिए राज्य सरकार ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) को सतर्क रहने का निर्देश दिया है।
राज्य की राजनीतिक पार्टियां और सामाजिक संगठन भी प्रभावित किसानों की मदद के लिए आगे आए हैं। कांग्रेस ने मुआवजे की अधिकतम राशि 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर करने की मांग की है, वहीं शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने केंद्र से मराठवाड़ा के लिए बड़े पैमाने पर सहायता पैकेज की मांग की है।