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New Labour Codes: 4 लेबर कोड में बदले 29 कानून! वेतन, ओवरटाइम से लेकर छंटनी तक पर होगा बड़ा असर; जानिए पूरी डिटेल

New Labour Codes: नई लेबर कोड्स ने 29 पुराने कानूनों को हटाकर चार नए कोड लागू किए हैं। इससे वेतन, ओवरटाइम, ग्रैच्यूटी, यूनियन नियम, महिलाओं की सुरक्षा और सोशल सिक्योरिटी जैसे कई प्रावधान बदलेंगे। इस बदलाव का असर 40 करोड़ श्रमिकों पर पड़ेगा। जानिए पूरी डिटेल।

Suneel Kumarअपडेटेड Nov 22, 2025 पर 3:31 PM
New Labour Codes: 4 लेबर कोड में बदले 29 कानून! वेतन, ओवरटाइम से लेकर छंटनी तक पर होगा बड़ा असर; जानिए पूरी डिटेल
New Labour Codes: अब हर कर्मचारी न्यूनतम वेतन पाने का कानूनी हकदार होगा। चाहे वह संगठित हो या असंगठित।

New Labour Codes: भारत का पूरा श्रम ढांचा बदल गया है। सरकार ने 29 पुराने और बिखरे हुए श्रम कानूनों को हटाकर उनकी जगह सिर्फ चार नए कोड लागू किए हैं। इनके साथ बदल जाएंगे 40 करोड़ से ज्यादा श्रमिकों के कामकाजी नियम। वेतन कैसे तय होगा, ओवरटाइम का भुगतान कितना मिलेगा, महिलाओं को रात में काम करने की अनुमति कैसी होगी, फिक्स्ड-टर्म कर्मचारियों को क्या नए हक मिलेंगे। नए लेबर कोड्स इन सभी सवालों के जवाब पूरी तरह बदल देते हैं।

देश के कारोबारी माहौल से लेकर आम कर्मचारियों की रोजमर्रा की नौकरी तक, ये बदलाव हर जगह असर डालने वाले हैं। आखिर इन नए कोड्स में क्या ऐसा है जिसने भारत के श्रम कानूनों को दशकों बाद नई शक्ल दे दी? आइए विस्तार से जानते हैं।

1. वेजेज कोड, 2019

वेजेज कोड, 2019 चार पुराने कानूनों- पेमेंट ऑफ वेजेज एक्ट, न्यूनतम वेतन अधिनियम, बोनस भुगतान अधिनियम और समान पारिश्रमिक अधिनियमको मिलाकर बनाया गया है। इस कोड का मकसद वेतन से जुड़े सभी नियमों को सरल, साफ और पूरे देश में एक जैसा बनाना है, ताकि कर्मचारियों को समय पर और सही वेतन मिल सके और कंपनियों के लिए भी पालन करना आसान हो। आइए जानते हैं कि वेजेज कोड के नए प्रावधान क्या हैं और इनका कर्मचारियों और कंपनियों पर क्या असर होगा।

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