अगर किसी ने 30 साल पहले निप्पॉन इंडिया ग्रोथ मिड कैप फंड में सिर्फ 1 लाख रुपए का एकमुश्त निवेश किया होता, तो उसकी रकम अब करीब 4 करोड़ रुपए हो जाती। यह फंड भारतीय मिड-कैप सेगमेंट में सबसे पुराने और भरोसेमंद फंड्स में से एक है, जिसने लॉन्ग टर्म में निवेशकों को जबरदस्त मुनाफा दिया है।
फंड की शुरुआत में इसकी NAV सिर्फ 10 रुपए थी, जो सितंबर 2025 तक बढ़कर 2,001.69 रुपए पहुंच गई। इसका AUM अब 38,400 करोड़ रुपए से ज्यादा हो गया है। यह फंड उन कंपनियों में निवेश करता है जिनमें आगे जबरदस्त ग्रोथ देखने को मिल सकती है। लगातार 30 साल तक अच्छा प्रदर्शन करना इसे खास बनाता है, और इसकी रणनीति निवेश को विविध सेक्टर में फैलाकर जोखिम कम करने पर आधारित है।
SIP और लंपसम पर तगड़ा रिटर्न
अगर किसी ने इसकी शुरुआत से हर महीने 1,000 रुपए SIP में लगाए होते, तो उसके कुल निवेश 3.6 लाख रुपए की वैल्यू अब करीब 2.25 करोड़ हो जाती – यानी 23% तक का XIRR रिटर्न। पिछले 10 सालों में 10,000 रुपए महीने डालने वाले निवेशकों की 12 लाख रकम अब 36.9 लाख हो गई है, और सालाना रिटर्न 21.39% रहा। तीन साल में फंड ने औसतन 25.45% और पांच साल में 30.62% का तगड़ा सालाना रिटर्न दिया है।
रिस्क डाइवर्सिफिकेशन और पोर्टफोलियो स्ट्रेंथ
यह फंड निवेशकों का पैसा अलग-अलग सेक्टरों में बांटता है ताकि एक जगह नुकसान होने पर कुल निवेश प्रभावित न हो। फिलहाल इसका सबसे बड़ा अलॉटमेंट फाइनेंशियल सेक्टर (बैंकिंग, इंश्योरेंस, फाइनेंशियल सर्विसेज) में है, जो कुल AUM का करीब 25% है। इसके अलावा, कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी और इंडस्ट्रियल सेक्टर में भी लगभग 17-17% निवेश है। हेल्थकेयर, टेक्नोलॉजी, एनर्जी और मटीरियल्स जैसे सेक्टरों में भी फंड का संतुलित निवेश रहता है, जिससे लॉन्ग टर्म में पोर्टफोलियो मजबूत और संतुलित बना रहता है।