परप्लेक्सिटी के सीईओ अरविंद श्रीनिवास ने युवाओं को एक खास सलाह दी है। उन्होंने कहा कि युवाओं को आज इंस्टाग्राम पर कम समय बिताना चाहिए और आर्टिफिशियिल इंटेलिजेंस (एआई) को सीखने पर ज्यादा समय खर्च करना चाहिए। मैथ्यू बरमैन को दिए इंटरव्यू में कहा कि भविष्य में नौकरी के मौकों का फायदा उठाने के लिए आज एआई टूल्स के बारे में अच्छी तरह से जानना जरूरी है।
AI आज युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते खोल सकता है
Arvind Srinivas ने कहा कि जो लोग आज AI सिस्टम्स के इस्तेमाल में आगे हैं, उनके लिए रोजगार के लिहाज से काफी ज्यादा संभावनाएं हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सोशल मीडिया एंटरटेनमेंट ऑफर करता है, लेकिन यह करियर के लिहाज से आपके लिए संभावनाएं बढ़ाने में मदद नहीं करता है। उन्होंने कहा कि AI अविश्सनीय रफ्तार से बढ़ रहा है।
एआई की दुनिया में हर 3-6 महीने में बड़े बदलाव हो रहे
श्रीनिवास ने कहा, "हर तीन से छह महीनों में एआई में बड़े बदलाव हो रहे हैं।" उन्होंने कहा कि इससे यह जांच हो रही है कि इनसान कितनी जल्द नई चीजों को अपना सकता है। नई चीजों को अपनाने के मामले में इनसान काफी सुस्त रहा है। उन्होंने कहा कि जो लोग बदलती स्थितियों के साथ खुद को नहीं बदलते हैं उनके जॉब मार्केट में पीछे छूट जाने का खतरा है।
एआई से जुड़ी कंपनियों में करियर बनाने में फायदा
परप्लेक्सिटी के चीफ ने यह माना कि AI कुछ नौकरियों की जगह ले सकता है। लेकिन उनका मानना है कि इसका एक सॉल्यूशन है। उन्होंने युवाओं को आंत्रप्रेन्योर बनने या तेजी से बढ़ती एआई कंपनियों को ज्वाइन करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की नौकरियां जा रही हैं, वे AI के इस्तेमाल से अपनी कंपनी स्टार्ट कर सकते हैं या ऐसी कंपनियों को ज्वाइन कर सकते हैं, जो एआई टूल का इस्तेमाल करती हैं।
एआई के इस्तेमाल से बड़ी संख्या में नौकरियां जाने का डर
श्रीनिवास की यह सलाह ऐसे वक्त आई है जब इंडस्ट्री के लीडर्स नौकरियों पर एआई के असर को लेकर बंटे हुए हैं। Anthropic जैसी कंपनियों ने कहा है कि अगले पांच सालों में AI की वजह से करीब 50 फीसदी एंट्री लेवल की नौकरियां खत्म हो सकती हैं। लेकिन, Nvidia के सीईओ जेनसेन हुआंग का मानना है कि AI नौकरियां खत्म करने की जगह नौकरियों के नए मौके पैदा करेगा।