क्रेडिट स्कोर आपकी समय पर कर्ज चुकाने की क्षमता और फाइनेंशियल डिसिप्लिन का संकेत देता है. हालांकि, हर बैंक का स्कोर चेक करने का अपना तरीका हो सकता है. आइए जानते हैं कि 710 क्रेडिट स्कोर पर पर्सनल लोन लेना कितना आसान हो सकता है.
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क्रेडिट स्कोर क्या है?
क्रेडिट स्कोर तीन डिजिट का एक नंबर होता है, जो आपकी समय पर लोन चुकाने की क्षमता को दर्शाता है. ये स्कोर 300 से 900 के बीच होता है. ये स्कोर जितना ज्यादा होगा, लेंडर आपकी फाइनेंशियल प्रोफाइल पर उतना ही ज्यादा भरोसा करेगा. भारत में चार क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो हैं ये स्कोर जारी करते हैं, जो लोन अप्रूवल में अहम भूमिका निभाते हैं.
क्या 710 के क्रेडिट स्कोर पर पर्सनल लोन लेना आसान हैं?
अगर आपका क्रेडिट स्कोर 710 है, तो आपको पर्सनल लोन मिलने में ज्यादा दिक्कत नहीं होगी क्योंकि यह स्कोर "अच्छी" कैटेगरी में आता है.
मनीकंट्रोल की 8 लेंडर्स के साथ पार्टनरशिप है. इन लेंडर्स से आप 100% डिजिटल प्रोसेस के जरिए 50 लाख रुपए तक का इंस्टेंट लोन पा सकते हैं. इसमें तीन आसान से स्टेप्स हैं - डिटेल भरें, KYC पूरी करें और EMI टेन्योर सेट करें. इस पर्सनल लोन पर ब्याज दरें सिर्फ 10.5% सालाना से शुरू होती हैं, जो आपकी रोजगार की स्थिति पर निर्भर करती हैं.
अगर बैंकों और NBFCs के नजरिए से देखा जाए, तो 710 का स्कोर एक रिस्क-फ्री जोन में आता है, यानी यह बताता है कि आपने अपने पहले के लोन समय पर और बिना किसी दिक्कत के चुकाए हैं.
CIBIL के स्कोरिंग मॉडल में 650 से 749 को “अच्छा स्कोर” माना जाता है और 710 का स्कोर इसी रेंज में आता है. हालांकि, यह नेशनल एवरेज स्कोर '715' से थोड़ा कम है, इसलिए हो सकता है कि आपको कम-से-कम ब्याज दर न मिले, लेकिन यह ब्याज दर बहुत ज्यादा भी नहीं होगी. इस स्कोर के साथ आपको पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड जैसे कई फाइनेंशियल प्रोडक्ट आसानी से मिल सकते हैं.
क्रेडिट स्कोर कैसे बढ़ाएं?
710 क्रेडिट स्कोर अच्छा जरूर है, लेकिन यह नेशनल एवरेज स्कोर से थोड़ा कम है और इसमें कुछ सुधार करना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. यहां हम कुछ टिप्स बता रहे हैं, जिससे आप इसे बेहतर बना सकते हैं:
- समय पर पेमेंट करें: लेट पेमेंट से स्कोर खराब होता है. चाहे क्रेडिट कार्ड हो या किसी लोन की EMI, समय पर पेमेंट करें.
- क्रेडिट स्कोर चेक करें: अपनी क्रेडिट स्कोर को समय-समय चेक करते रहें. बार-बार स्कोर देखने से स्कोर कम हो सकता है, लेकिन इसे रेग्युलर बेसिस पर चेक करना जरूरी है.
- क्रेडिट यूटिलाइजेशन कम रखें: क्रेडिट यूटिलाइजेशन कम रखने से स्कोर बढ़ सकता हैं. अपने उपलब्ध क्रेडिट का सिर्फ 30% तक ही इस्तेमाल करें.
- लोन एप्लीकेशन की संख्या कम रखें: अगर आपके पास बहुत ज्यादा क्रेडिट है, तो उसे एक में तब्दील करें. इससे आपका क्रेडिट स्कोर काफी हद तक बढ़ जाएगा. दरअसल, बहुत ज्यादा लोन एप्लीकेशन से स्कोर गिर सकता है, इसलिए जरूरत के अनुसार ही अप्लाई करें.
अच्छे क्रेडिट स्कोर के फायदे
- अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो आपको इंस्टेंट लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है. आपका CIBIL स्कोर जितना ज्यादा होगा, उतनी ही जल्दी और आसानी से आपको लोन मिल सकता है.
- एक अच्छे क्रेडिट स्कोर के जरिए आप लोन की शर्तें अपने पक्ष में कर सकते हैं. मिसाल के तौर पर, अगर आपका स्कोर 700 से ऊपर है, तो आपको कम ब्याज दर पर लोन मिल सकता है, जो आपकी EMI को कम कर सकता है. इससे लोन चुकाना आसान हो जाता है.
- ज्यादा स्कोर होने से आपको ज्यादा लोन अमाउंट मिलने की संभावना भी बढ़ जाती है, क्योंकि बैंक ऐसे लोगों पर ज्यादा भरोसा करते हैं.
- अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है और आपका पहले से किसी बैंक में अकाउंट है, तो आपको प्री-अप्रूव्ड लोन और स्पेशल ऑफर भी मिल सकते हैं.
निष्कर्ष
सारांश
710 क्रेडिट स्कोर पर पर्सनल लोन पाने के आसान तरीके, साथ ही स्कोर सुधारने के कारगर टिप्स भी जानें.Top बैंकों/ NBFCs से
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यह अंश/लेख किसी बाहरी पार्टनर द्वारा लिखा गया है और मनीकंट्रोल की संपादकीय टीम के काम को प्रतिबिंबित नहीं करता है। इसमें मनीकंट्रोल द्वारा पेश किए गए उत्पादों और सेवाओं के संदर्भ शामिल हो सकते हैं।सूची
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