पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक सुरक्षित और लाभकारी निवेश विकल्प है, जो 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को बेहतर रिटर्न के साथ नियमित आय प्रदान करता है। इस योजना में कम से कम 1,000 रुपये से लेकर अधिकतम 30 लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है, जिसमें चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के दूसरी तिमाही के लिए 8.2% की ब्याज दर मिल रही है।
SCSS में निवेश करने वाले व्यक्ति को आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट भी मिलती है। ब्याज राशि को तिमाही आधार पर अकाउंट में दिया जाता है, जिसे निकाला भी जा सकता है। स्कीम की मैच्योरिटी 5 वर्षों की होती है, जिसे आवश्यकता अनुसार 3 साल तक बढ़ाया जा सकता है। यदि किसी निवेशक को 1 वर्ष की अवधि से पहले पैसे निकालने पड़ें, तो उसे कोई ब्याज नहीं मिलेगा, वहीं 1 से 2 साल के बीच निकासी पर 1.5% और 2 से 5 वर्ष के बीच निकासी पर 1% की कटौती लगाई जाती है। इस प्रकार, SCSS योजना वरिष्ठ नागरिकों को उनकी वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा एवं नियमित आय का वरदान देती है, साथ ही यह बैंकों की तुलना में बेहतर ब्याज दर और जोखिम रहित निवेश का विकल्प है।
इसके अलावा, यह स्कीम लचीली भी है, क्योंकि अगर जरूरत पड़े तो निवेशक एक साल की पकड़ के बाद पैसे निकाल सकते हैं। हालांकि, निकासी की स्थिति में कुछ कटौतियां होती हैं, लेकिन ये नियम सुरक्षा और नियामक मानकों को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं। सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम की एक और बड़ी खासियत यह है कि पति-पत्नी मिलकर ज्वॉइंट अकाउंट भी खोल सकते हैं, जिससे दोगुना लाभ और बेहतर आर्थिक सुरक्षा मिलती है। इस योजना के जरिए वरिष्ठ नागरिक अपने रिटायरमेंट के बाद बिना किसी जोखिम के बेहतर ब्याज के साथ नियमित आय सुनिश्चित कर सकते हैं, जिससे उनका जीवन आर्थिक रूप से सहज और खुशहाल बनता है।
इस योजना के तहत विशेष वर्ग जैसे कि सिविल सेक्टर के VRS लेने वाले कर्मचारी और रक्षा सेवाओं से सेवानिवृत्त व्यक्तियों को आयु सीमा में कुछ छूट भी दी जाती है। इस स्कीम के माध्यम से रिटायरमेंट के बाद वित्तीय चिंता को कम किया जा सकता है और एक सुनिश्चित आमदनी का स्रोत बनाया जा सकता है जो सीनियर सिटीजन के खुशहाल जीवन को सुनिश्चित करता है।