रेमंड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर गौतम सिंघानिया का कहना है कि मुंबई में बड़े पैमाने पर जो रियल एस्टेट रीडेवेलपमेंट हो रहा है, उसके चलते किराया आम स्पीड से अधिक तेज ऊपर भाग रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि इससे पूरा बाजार प्रभावित हो सकता है क्योंकि रीडेवलपमेंट के दौरान हजारों लोग अस्थायी तौर पर रहने के लिए किराए के घर की तलाश करेंगे और डेवलपर्स इन प्रोजेक्ट्स को हासिल करने के लिए अधिक बोली लगा सकते हैं। गौतम सिंघानिया का कहना है कि रियल एस्टेट मार्केट को चलता रहेगा लेकिन यह सुनिश्चित करना काफी अहम है कि अच्छा प्रोडक्ट अच्छे भाव पर ही ताकि विकास की रफ्तार टिकाऊ रहे। उन्होंने मनीकंट्रोल से बातचीत में ये बातें कहीं।
मुंबई में रियल एस्टेट की डिमांड को लेकर पॉजिटिव हैं सिंघानिया
रेमंड के सीएमडी गौतम सिंघानिया जब बड़े डेवलपर्स एक ही रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स के पीछे पड़ते हैं तो घरमालिकों के साथ बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं का पीछा कर रहे हैं, और ऐसे में कुछ डेवलपर्स को प्रोजेक्ट्स हासिल करने के लिए बड़ी बोली लगानी पड़ सकती है। हालांकि इसी रिडेवलपमेंट के दौरान बड़ी संख्या में किराए के मकानों की तलाश भी अस्थायी तौर पर बढ़ जाती है, किराया बढ़ने लगता है और सिंघानिया का कहना है कि मुंबई में किराया 30 फीसदी तक उछल चुका है। हालांकि उनका कहना है कि महाराष्ट्र में स्थिर सरकार का बनना शहर के इंफ्रा डेवलपमेंट के लिए शुभ संकेत है।
Raymond Realty की क्या है स्ट्रैटेजी
रेमंड की रियल एस्टेट इकाई रेमंड रियल्टी रीडेवेलपमेंट के जरिए आगे बढ़ने की योजना बना रही है। कंपनी ने बांद्रा, सायन, महिम जैसे इलाकों में सोसाइटियों के साथ समझौते किए हैं। कंपनी ठाणे में पोखरन रोड पर स्थित जमीन को भी मॉनिटाइज कर रही है, जहां यह करीब 40 लाख वर्ग फुट रेजिडेंशियल स्पेस डेवलप कर रही है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि रेमंड रियल्टी ने ऐसे प्रोजेक्ट्स को छोड़ दिया है जिनमें कंपनी को बहुत अधिक बोली लगानी पड़ी, विशेष रूप से प्रमुख बाजारों जैसेकि ब्रीच कैंडी में। उनका कहना है कि अगर आकर्षक वैल्यूएशन पर कोई जमीन मिलती है तो उसके लिए जरूर कोशिश की जाएगी। रेमंड रियल्टी पुणे में एंट्री के लिए जमीन खोज रही है।
लिस्ट होने की तैयारी में है रेमंड रियल्टी
रेमंड रियल्टी फिलहाल रेमंड लिमिटेड से अलग होकर लिस्ट होने की प्रक्रिया में है। सेबी से इसकी मंजूरी मिल गई है और अब नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल के पास एप्लीकेशन फाइल हो गया है। सिंघानिया का कहना है कि रेमंड जून 2025 से अपनी वित्तीय रिपोर्टिंग में रियल एस्टेट ऑपरेशन्स को अलग से रिपोर्ट करना शुरू कर देगा, और रेमंड रियल्टी अगस्त 2025 तक स्टॉक एक्सचेंजों पर अलग से लिस्टेड हो जाएगा।