Bank FD: रिटर्न और सेफ्टी चाहने वाले निवेशकों के बीच बैंक एफडी एक पसंदीदा विकल्प है। गारंटीशुदा रिटर्न के कारण ये निवेश सुरक्षित माना जाता है। यदि कोई बैंक जमा राशि का पेमेंटर करने में फेल हो जाता है तो जमा बीमा और क्रेडिट गारंटी निगम लिमिटेड (DICGC) 5 लाख रुपये तक का जमा पर बीमा कवरेज देता है। कई बैंक जैसे कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, यस बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, आरबीएल बैंक और डीसीबी बैंक बेस्ट रिटर्न ऑफर कर रहे हैं। निवेशकों को यह ध्यान रखना होगा कि बैंकों के पास किसी भी समय एफडी ब्याज दरों में बदलाव करने का अधिकार है। इसलिए निवेश करने से पहले मौजूदा एफडी दरों के बारे में जानकारी रखनी चाहिए।
आरबीएल बैंक 546 दिनों से लेकर 24 महीने तक की जमा पर 8.10% का ब्याज दे रहा है।
डीसीबी बैंक 25 महीने से 26 महीने तक की जमा पर 8% का ब्याज दे रहा है।
इंडसइंड बैंक 7.75% की ब्याज दर दे रहा है। ये ब्याज दर 1 साल से 1 साल 6 महीने से कम, 1 साल 6 महीने से 1 साल से कम 7 महीने और 1 साल 7 महीने से 2 साल तक पर मिल रही है।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक 549 दिनों से लेकर 2 साल तक की जमा पैसे पर 7.75% की ब्याज दर दे रह है।
यस बैंक 18 महीने से 24 महीने से कम की जमा पर 7.75% की ब्याज दर दे रहा है।
पंजाब नेशनल बैंक 400 दिनों तक चलने वाली जमा पर 7.25% की ब्याज दर दे रहा है।
बैंक ऑफ बड़ौदा 2 साल से अधिक और 3 साल तक की जमा पर 7.25% की ब्याज दर दे रहा है।
पंजाब एंड सिंध बैंक 444 दिनों के लिए 7.40 प्रतिशत ब्याज दर दे रहा है।
कोटक महिंद्रा बैंक 390 दिन और 23 महीने से कम एफडी पर 2.75% से 7.40% तक का ब्याज दे रहा है।
एचडीएफसी बैंक 18 महीने और 21 महीने तक के लिए 7.25 प्रतिशत का ब्याज दे रहा है।
आईसीआईसीआई बैंक 15 महीने और 18 महीने तक के लिए 7.20 प्रतिशत ब्याज दर दे रहा है।आईसीआईसीआई बैंक 18 महीने से 2 साल तक के लिए 7.20 प्रतिशत ब्याज दर दे रहा है।
एक्सिस बैंक 17 महीने और 18 महीने के लिए 7.20 प्रतिशत ब्याज दर दे रहा है।
एसबीआई 2 साल से 3 साल से कम की एफडी पर 7 प्रतिशत का ब्याज दे रहा है।
बैंक ग्राहकों को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि बैंक डिफॉल्ट या दिवालिया होने की स्थिति में उनकी जमा पर 5 लाख रुपये तक का बीमा कवर देता है। यह बीमा कवरेज DICGC देता है, जो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अधीन है।