बढ़ते बैंक ब्याज दरों में पैसों की हिस्सेदारी बदलना चाहिए या नहीं? जानिए फायदा-नुकसान और सही तरीका

ज्यादा बेहतर बैंक ब्याज पाने के लिए पैसे को बार-बार ट्रांसफर करना फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इसके साथ कुछ जोखिम और परेशानियां भी होती हैं। इसलिए, सावधानी और योजना बनाकर सीमित बैंकों में धन का विभाजन करना बेहतर विकल्प है।​

अपडेटेड Nov 26, 2025 पर 3:43 PM
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बैंकिंग जगत में ब्याज दरों की विविधता बढ़ने के कारण ग्राहक सोच रहे हैं कि क्या बेहतर ब्याज पाने के लिए अपना पैसा बार-बार एक बैंक से दूसरे बैंक में ट्रांसफर करना चाहिए। कुछ छोटे निजी बैंक और डिजिटल प्लेटफॉर्म बड़े बैंक की तुलना में अधिक ब्याज दरें देते हैं, जिससे बचत करने वालों को अधिक रिटर्न मिलने का मौका मिलता है, लेकिन बार-बार रुपये शिफ्ट करने की रणनीति में कुछ जोखिम और परेशानियां छुपी होती हैं।

ब्याज दरों की बढ़ती परस्परता के बीच पैसों को चक्रव्यूह से बचाते हुए बचत करना बेहद जरूरी हो गया है। जब आपका पैसा छोटी अवधि के लिए या तुरंत जरूरी नहीं हो तो बेहतर ब्याज वाली जगह ट्रांसफर करना सही हो सकता है। यदि आप सावधानीपूर्वक बैंक की दरों पर नजर रखते हैं और योजना बनाकर पैसा स्थानांतरित करते हैं तो एक से अधिक फीसदी की मामूली बढ़ोतरी भी लंबे समय में अच्छा लाभ दे सकती है।

हालांकि, हर नई आकर्षक दर के पीछे शर्तें भी होती हैं जैसे न्यूनतम बैलेंस, लेन-देन की शर्तें या लॉक-इन पीरियड जो फायदेमंद नहीं होती। कई बार बार-बार फिक्स्ड डिपॉजिट तोड़ने पर जुर्माना लग सकता है, जो आपकी कमाई को घटा सकता है। इसके अलावा, बैंक बदलने में कागजी कार्रवाई, कई खातों का प्रबंधन और ग्राहक सेवा की झंझटें भी होती हैं, इसलिए इसे समझदारी से करना चाहिए।


एक सटीक रणनीति अपनाना ज्यादा फायदेमंद है जहां आप अपने मुख्य बैंक को वैसे ही बनाए रखें खासकर उधार, विवाद हल करने और लंबी अवधि के इतिहास के लिए। साथ ही, अपनी कुछ बचत उन बैंकों में भी रखें जो अच्छी दरें देते हैं और जो विश्वसनीय और नियामक मानकों पर खरे उतरते हों। इससे ज्यादा ब्याज भी मिलेगा और वित्तीय जटिलताओं से भी बचा जा सकेगा।

आज के समय में अंधाधुंध बैंक बदलने से बेहतर है कि ब्याज दरों को हर कुछ महीनों में चेक किया जाए और अपने फंड को सावधानी से विभाजित किया जाए। सही चुनाव के लिए बैंक की विश्वसनीयता, वित्तीय स्थिति और बीमा कवरेज की जांच आवश्यक है। इस तरह योजनाबद्ध तरीके से पैसे का प्रबंधन करना बेहतर है ताकि आप अधिक रिटर्न पा सकें और बिना जोखिम के अपनी बचत बढ़ा सकें।

इसमें ध्यान देने वाली बात यह है कि पुराने फिक्स्ड डिपॉजिट को समय से पहले खत्म करने से जुर्माना और नुकसान हो सकता है। इसलिए नया पैसा या अतिरिक्त बचत अधिक लाभ वाली योजनाओं में डालें और पुराने निवेश को अपनी अवधि पूरी करने दें। इस सोच-समझकर निवेश करने की रणनीति से वित्तीय लाभ अधिक मिलेगा, न कि बार-बार बैंकों के बीच दौड़ लगाकर।

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