Mercedes vs SIP: म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) की स्कीमों में SIP के रास्ते बढ़ते निवेश से MF इंडस्ट्री खुश है। लेकिन, इसने लग्जरी कार बनाने वाली कंपनी Mercedes-Benz की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कंपनी अपनी लग्जरी कारों की बिक्री की सुस्त ग्रोथ के लिए SIP को जिम्मेदार मानती है। मर्सिडीज के हेड (सेल्स एंड मार्केटिंग) संतोष अय्यर (Santosh Iyer) ने कहा है कि लोग SIP के रास्ते म्यूचुअल फंड की स्कीमों में निवेश बढ़ा रहे हैं। इस वजह से वे लग्गजरी कार नहीं खरीद रहे हैं। दरअसल, कोरोना की महामारी के बाद कारों की बिक्री में अच्छी ग्रोथ दिखी है। लेकिन, अय्यर का मानना है कि इंडिया में लोगों के पास जितने पैसे हैं, उसे देखते हुए यह ग्रोथ कम लगती है।
उनका यह मानना है कि इसकी वजह यह है कि लोग लग्जरी कार खरीदने के बजाय SIP के रास्ते निवेश बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। अय्यर ने ये बातें मीडिया से बातचीत में कही हैं। उनके इस बयान के बाद कई तरह की प्रतिक्रिया आ रही हैं।
मर्सिडीज क्यों है चिंतित?
अय्यर ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि 15,000 से ज्यादा लोग हर महीने मर्सिडीज की लग्जरी कारों के बारे में पूछताछ करते हैं। लेकिन, इनमें से सिर्फ 1,500 यूनिट्स की बिक्री ही हर महीने होती है। उन्होंने कहा, "इसका मतलब है कि 13,500 कस्टमर्स ऐसे हैं, जो मर्सिडीज-बेंज की कारें खरीदना तो चाहते हैं। लेकिन, वे यह सोचकर लग्जरी कार खरीदने का अपना प्लान कैंसल कर देते हैं कि इसके बजाय SIP को जारी रखना ज्यादा ठीक है। उन्हें लगता है कि मार्केट में गिरावट आ सकती है।" शेयर बाजार में गिरावट आने पर SIP के रास्ते म्यूचुअल फंड की स्कीमों का ज्यादा फायदा मिलता है।
SIP पंसदीदा कार खरीदने में करता है मदद
मनीकंट्रोल ने अय्यर के बयान के बाद यह जानने की कोशिश की है कि क्या SIP में निवेश का असर लग्जरी कारों की बिक्री पर पड़ रहा है। मनीकंट्रोल ने पाया है कि सच्चाई अय्यर की सोच से मेल नहीं खाती है। दरअसल, SIP में निवेश से लोगों को कार खरीदने में मदद मिल रही है। SIP में निवेश से न सिर्फ आप अपनी ड्रीम कार बल्कि मर्सिडीज जैसी लग्जरी कार भी खरीद सकते हैं।
मान लीजिए मुंबई में मर्सिडीज-बेंज की सी-क्लास की प्राइस मुंबई में 65.33 लाख रुपये है। अगर आप पांच साल के बाद इस कार को खरीदना चाहते हैं तो जाहिर है कि तब इसके लिए आपको ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी। अगर हम इनफ्लेशन रेट 6 फीसदी मान लेते हैं तो तब इसकी कीमत बढ़कर 87.42 लाख रुपये हो जाएगी। आइए अब जानते हैं कि आपको किस तरह इतने पैसे जुटाने के लिए तैयारी करनी है।
हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि उपर्युक्त अमाउंट इकट्ठा करने के लिए हमें हर महीने SIP के रास्ते कितना इनवेस्ट करना पड़ेगा। अगर हम यह मान लें कि कंपाउंडेड बेसिस पर स्टॉक मार्केट की ग्रोथ हर महीने 12 फीसदी रहती है तो आपको हर महीने 1.05 लाख रुपये का निवेश SIP में करना होगा। यह इनवेस्टमेंट आपको अगले पांच साल तक करना पड़ेगा।
अगर आपके पास थोड़ा पैसा पहले से हैं तो फिर आपका काम और आसान हो जाएगा। मान लीजिए आपके पास पहले से 10 लाख रुपये है। फिर, आपको मर्सिडीज सी-क्लास खरीदने के लिए SIP के रास्ते हर महीने करीब 84,000 रुपये का ही इनवेस्टमेंट करना होगा। अगर आपके पास पहले से 20,000 रुपये है तो फिर हर महीने आपको सिप में सिर्फ 62,000 रुपये का ही निवेश करना होगा।
लंबी अवधि का निवेश टारगेट हासिल करने में मददगार
शेयरों में निवेश का बहुत अच्छा फायदा तब मिलता है जब आप लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं। अगर आप 10 साल बाद मर्सिडीज सी-क्लास खरीदना चाहते हैं तो तब इसकी कीमत बढ़कर 1.17 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगी। इस अमाउंट के लिए आपको हर महीने सिर्फ 50,347 रुपये का इनवेस्टमेंट सिप में करना होगा। अवधि लंबी होने की वजह से हर महीने सिप में होने वाला निवेश बहुत कम हो जाता है। अगर आपके पास पहले से 20 लाख रुपये है तो आपको हर महीने सिप में सिर्फ 22,000 रुपये इनवेस्ट करने की जरूरत रह जाती है।