हर महीने सैलरी अकाउंट में आती है और हम में से ज्यादातर लोग ईमानदारी से SIP में पैसा डाल देते हैं। कई बार तो पिछले महीने की बचत भी एक साथ निवेश कर देते हैं। ये सोचकर कि समय के साथ हमारा पैसा खुद-ब-खुद बढ़ता जाएगा। आखिर कौन चाहता है कि रिटायरमेंट के समय पैसे की तंगी हो?
