स्टॉक मार्केट में लगातार जारी गिरावट ने निवेशकों को हिला दिया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह गिरावट निवेशकों की धैर्य की परीक्षा ले रहा है। इसमें वही निवेशक बड़ी कमाई कर पाएंगे, जो गिरावट के बीच भी मार्केट में टिके रहेंगे। एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेशकों को खासकर अपने सिप को रोकना नहीं है। अगर म्यूचुअल फंड में सिप से आपका निवेश जा रहा है तो भूलकर भी आपको उसे बंद नहीं करना है। गिरावट के बीच सिप से आपका निवेश ही बाजार में रिकवरी लौटने पर आपके लिए बड़ा मुनाफा लाएगा। सवाल है कि अभी म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए सिप और एसटीपी में से किसका इस्तेमाल करें?
Systematic Investment Plan (SIP) के बारे में हम जानते हैं। यह हर महीने, हर हफ्ते या हर तिमाही आपको म्यूचुअल फंड की स्कीम में तय अमाउंट इनवेस्ट करने की सुविधा देता है। यह रास्ता नौकरी करने वाले लोगों को लिए काफी सुविधाजनक है, जिन्हें हर महीने सैलरी मिलती है। यह निवेश में अनुशासन बनाए रखने का मौका देता है।
Systematic Transfer Plan (STP) का इस्तेमाल कम इनवेस्टर्स करते हैं। यह आपको एक म्यूचुअल फंड स्कीम से दूसरी स्कीम में पहले से तय अवधि पर पहले से तय अमाउंट ट्रांसफर करने का मौका देता है। एसटीपी उन निवेशकों के लिए फायदेमंद है जो अपने एकमुश्त निवेश को डेट फंड से इक्विटी फंड में ट्रांसफर करना चाहते हैं। इससे निवेश से जुड़ा रिस्क कम हो जाता है।
नौकरी करने वाले लोगों के लिए SIP सही है
अगर आप सरकारी या प्राइवेट नौकरी करते हैं और हर महीने के आखिर में आपके सेविंग्स अकाउंट में सैलरी आती है तो आपके लिए SIP का रास्ता सही है। अगर आप सेल्फ-एंप्लॉयड हैं या आपका बिजनेस है तो आपके लिए STP का रास्ता सही है। इसकी वजह यह है कि सेल्फ एंप्लॉयड और कारोबार करने वाले लोगों की इनकम स्थिर नहीं होती है। किसी महीने से उन्हें ज्यादा इनकम होती है तो किसी महीने उन्हें कम इनकम होती है। ज्यादा इनकम होने पर ऐसे लोग डेट फंड में एकमुश्त निवेश कर सकते हैं। फिर उस फंड से एसटीपी के जरिए म्यूचुअल फंड की इक्विटी स्कीम में पैसे धीरे-धीरे ट्रांसफर कर सकते हैं।
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गिरावट के दौर में किसके इस्तेमाल में फायदा?
मार्केट में गिरावट के दौरान एसटीपी से निवेश काफी फायदेमंद रहता है। इसकी वजह यह है कि किसी को पता नहीं होता है कि मार्केट में गिरावट कब खत्म होगी। ऐसे में एसटीपी के जरिए हर महीने आपका पैसा थोड़ा-थोड़ा कर इक्विटी फंड में जाएगा। इससे आपकी एवरेज पर्चेज कॉस्ट कम रहेगी। इनवेस्टमेंट का सीधा सिद्धांत है कि जितने कम भाव पर आप निवेश करेंगे, आपका मुनाफा उतना ज्यादा रहेगा।