म्यूचुअल फंड की स्कीमों में जनवरी में अच्छा निवेश आया। इससे कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 67.25 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। मिडकैप फंड स्कीमों में 5,148 करोड़ रुपये का निवेश आया, जबकि स्मॉलकैप फंडों में 5,721 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। इससे पता चलता है कि निवेशकों का भरोसा इन दोनों कैटेगरी के फंडों पर बना हुआ है। लेकिन, चिंता की एक वजह भी दिखी। नए सिप रजिस्ट्रेशन के मुकाबले पुराने सिप के डिसकंटिन्यू होने के मामले ज्यादा देखने को मिले। क्या यह वाकई चिंता की बात है?
म्यूचुअल फंड की स्कीम में निवेश का आसान तरीका
SIP म्यूचुअल फंड की स्कीम में निवेश करने का एक आसान तरीका है। इसमें निवेशक एक फिस्क्ड अमाउंट हर महीने, हर हफ्ते या हर तिमाही निवेश करता है। चूंकि इससे रिटेल इनवेस्टर को छोटे अमाउंट का निवेश करने की सुविधा मिल जाती है, जिससे इसमें ज्यादा लोग दिलचस्पी दिखाते हैं। सिप निवेशकों को लंबी अवधि में बड़ा वेल्थ बनाने का मौका देता है। जनवरी में सिप के जरिए 26,400 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। लेकिन, सिप के नए रजिस्ट्रेशन के मुकाबले 5.14 लाख से ज्यादा सिप बंद हो गए।
कई वजह से इनवेस्टर्स बंद करते हैं अपना सिप
सवाल है कि क्या आपको भी अपना SIP बंद कर देना चाहिए? इसका जवाब है नहीं। जनवरी के डेटा से पता चलता है कि नए सिप ओपन होने के मुकाबले सिप बंद होने की संख्या काफी ज्यादा रही। लेकिन, अक्सर इसकी बड़ी वजह स्ट्रेटेजी से जुड़े फैसले होते हैं। इनवेस्टर्स कई बार कई छोटे SIP को बंद उनकी जगह एक बड़ा सिप शुरू करते हैं। कुछ मामलों में इनवेस्टर्स रिटर्न बढ़ाने के लिए अपने पोर्टफोलियो में एडजस्टमेंट के लिए कुछ सिप बंद कर देते हैं।
क्या आपको अपना सिप बंद कर देना चाहिए?
सिप के बंद होने का मतलब यह नहीं कि इनवेस्टर्स मार्केट से पैसे निकाल रहे हैं। यह समझने की जरूरत है कि सिप बंद होने के ज्यादा मामलों के बावजूद म्यूचुअल फंडों में निवेशकों की दिलचस्पी बनी हुई है। खासकर यह वक्त पैसे निकालने का नहीं बल्कि पैसे डालने का है। स्टॉक मार्केट में पिछले साल सितंबर के आखिर से जारी गिरावट की वजह से कई कंपनियों के शेयरों की कीमतें काफी नीचे आ गई हैं।
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अभी सिप शुरू करने के फायदें
अगर अभी सिप से म्यूचुअल फंड की इक्विटी स्कीम में निवेश किया जाए तो ज्यादा यूनिट्स एलॉट होंगे। शेयरों की कीमतों में गिरावट से म्यूचुअल फंड्स यूनिट्स की एनएवी यानी नेट एसेट वैल्यू भी गिर गई है। इसका मतलब है कि हर महीने आपके निवेश पर आपको ज्यादा यूनिट्स एलॉट होंगी। इससे लंबी अवधि में आपका रिटर्न काफी बढ़ जाएगा। इसलिए आपको अपना सिप बंद नहीं बल्कि नया सिप शुरू करने के बारे में सोचना चाहिए।