नागपुर के चाय बेचने वाले सुनील पाटिल, जिन्हें सोशल मीडिया पर लोग ‘डॉली चायवाला’ के नाम से जानते हैं, अब एक बड़ा बिजनेस शुरू करने जा रहे हैं। माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स को चाय पिलाने वाले सुनील पाटिल ने अपने चाय ब्रांड ‘डॉली की टपरी’ की फ्रेंचाइजी लॉन्च कर दी है। वह पूरे भारत में इसे फैलाने की योजना बना रहे हैं।
सुनील पाटिल को अनोखे अंदाज में चाय परोसने के कारण इंटरनेट पर खूब लोकप्रियता मिली। खासतौर पर जब उनकी एक वीडियो माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स के साथ वायरल हुई, तब से लोग उन्हें ग्लोबल स्टार मानने लगे। अब वह सिर्फ एक चायवाले नहीं, बल्कि एक कारोबारी बन चुके हैं।
क्या है 'डॉली की टपरी' ब्रांड?
डॉली चायवाला ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया पर घोषणा की है कि यह भारत का पहला वायरल स्ट्रीट ब्रांड है, जो अब एक बिजनेस कारोबार बन गया है। उन्होंने बताया कि यह ब्रांड देशभर में कार्ट से लेकर कैफे तक के मॉडल में लॉन्च किया जा रहा है और वे ऐसे लोगों को तलाश रहे हैं जो इस ब्रांड को आगे बढ़ा सकें।
‘डॉली की टपरी’ के लिए तीन तरह के फ्रेंचाइजी मॉडल पेश किए गए हैं।
कार्ट स्टॉल मॉडल – लागत 4.5 लाख रुपये से 6 लाख रुपये
स्टोर मॉडल – लागत 20 लाख रुपये से 22 लाख रुपये
फ्लैगशिप कैफे मॉडल – लागत 39 लाख रुपये से 43 लाख रुपये
इन सभी मॉडल्स के लिए इच्छुक लोगों से इंस्टाग्राम स्टोरीज के जरिए फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। अब तक 1600 से ज्यादा एप्लिकेशन मिल चुके हैं।
इस घोषणा के बाद इंटरनेट पर बवाल मच गया। लाखों लोग इस पोस्ट को देख चुके हैं और हजारों कमेंट्स में लोगों ने डॉली चायवाला की तारीफ की है। एक यूज़र ने लिखा है कि बर्गर खाएगा से बर्गर बेचेगा तक का सफर तय कर लिया भाई ने, ऑल द बेस्ट! तो वहीं एक और ने मज़ाकिया अंदाज़ में लिखा कि डिग्री जला के आया हूं कमेंट करने, भाई तू ही सही था! कुछ लोग जलन में अपने करियर और पढ़ाई को भी कोसते नजर आए। वहीं, एक यूज़र ने चुटकी ली और कहा कि फ्रेंचाइजी ले ली तो बैंक नीलामी में फंस जाओगे, संभल के चलो भाई!"
डॉली चायवाला का सपना है कि 'डॉली की टपरी' हर शहर में हो — कुछ बड़ा, देसी और दिल से जुड़ा हुआ। उन्होंने कहा कि जो लोग इस ब्रांड से जुड़ेंगे, वो सिर्फ एक दुकान नहीं खोलेंगे, बल्कि एक सपने का हिस्सा बनेंगे।