डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन (Direct Tax Collection) मौजूदा वित्त वर्ष में 8 सितंबर तक 35.46 फीसदी बढ़कर 6.48 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। डायरेक्ट टैक्स में पर्सनल इनकम टैक्स (Income Tax) भी आता है। डायरेक्ट टैक्स के कलेक्शन में जोरदार बढ़ोतरी से इकोनॉमी में तेजी का संकेत मिलता है। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की GDP (ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट) ग्रोथ रेट 13.5 प्रतिशत रही।
इनकम टैक्स के आंकड़ों के अनुसार रिफंड की रकम निकाल देने पर, शुद्ध डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 5.29 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल इसी अवधि के शुद्ध कलेक्शन से 30.17 प्रतिशत अधिक है।
यह कलेक्शन, वित्त वर्ष 2022-23 के लिए डायरेक्ट टैक्सेज के कुल बजट अनुमान का 37.24 प्रतिशत है। बयान में कहा गया कि 1 अप्रैल से 8 सितंबर, 2022 तक 1.19 लाख करोड़ रुपये की राशि बतौर रिफंड जारी की गई। यह आंकड़ा पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 65.29 प्रतिशत अधिक है।
डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के आठ सितंबर 2022 तक के आंकड़े बताते हैं कि कुल कलेक्शन 6.48 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले साल की इसी अवधि के ग्रॉस कलेक्शन की तुलना में 35.46 प्रतिशत अधिक है।
वहीं इसी अवधि के दौरान कॉरपोरेट इनकम टैक्स (CIT) और पर्सनल इनकम टैक्स (PIT) में क्रमश: 25.95 प्रतिशत और 44.37 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष में डायरेक्ट टैक्स मद में 14.20 लाख करोड़ रुपये के कलेक्शन का अनुमान लगाया है। इसमें कॉरपोरेट टैक्स से 7.20 लाख करोड़ रुपये और व्यक्तिगत टैक्सपेयर्स से 7.0 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है।