पिछले महीने यानी कि फरवरी के लिए माल और सेवा कर (Goods and Services Tax (GST) संग्रह घटकर 1.33 लाख करोड़ रुपये हो गया। जो कि 2022 के पहले महीने यानी कि जनवरी के कलेक्शन से 5.6 प्रतिशत कम है। वित्त मंत्रालय द्वारा 1 मार्च को जारी आंकड़ों से पता चला है। कुल मिलाकर सेंट्रल जीएसटी 24,435 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी 30,779 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी 67,471 करोड़ रुपये और कंपेनसेशन सेस (compensation cess) 10,340 करोड़ रुपये रहा।
फरवरी में सरकार ने केंद्रीय जीएसटी में 26,347 करोड़ रुपये और एकीकृत जीएसटी से राज्य जीएसटी को 21,909 करोड़ रुपये का सेटलमेंट किया। महीने के बाद के सेटलमेंट के लिए कुल रेवन्यू केंद्र के लिए 50,782 करोड़ रुपये और राज्य जीएसटी के लिए 52,688 करोड़ रुपये रहा था।
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा "फरवरी, 28 दिनों का महीना होने के कारण, आम तौर पर जनवरी की तुलना में राजस्व कम होता है। फरवरी 2022 के दौरान इसमें आई हुई वृद्धि को ओमीक्रोन लहर के कारण विभिन्न राज्यों द्वारा लगाये गये आंशिक लॉकडाउन, हफ्ते के अंत में और रात में कर्फ्यू और विभिन्न प्रतिबंधों के संदर्भ में भी देखा जाना चाहिए। वहीं ओमीक्रोन का कहर 20 जनवरी के आसपास चरम पर था।"
वहीं पिछले महीने कुल जीएसटी संग्रह में क्रमिक रूप से गिरावट आई, क्योंकि ये कलेक्शन फरवरी 2021 से 17.6 प्रतिशत ऊपर थे। यह भी लगातार आठवां महीना है कि कुल जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ रुपये से ऊपर रहा है।
फरवरी में जमा हुआ GST compensation cess अब तक का सबसे अधिक है, जिसने पहली बार 10,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है। वित्त मंत्रालय ने कहा कि इससे ऑटोमोबाइल जैसे कुछ प्रमुख क्षेत्रों में रिकवरी का संकेत मिलता है।