Tariff War Impact: खाने-पीने से लेकर पहनना-ओढ़ना तक हो जाएगा महंगा, ट्रंप के फैसले से अमेरिकियों को भी झटका!
Trade War Impact: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की सरकार एक बार फिर बनने के बाद ट्रेड वार का बिगुल दोबारा बज गया। हालांकि इसके बाकी दुनिया तो सहमी ही, अमेरिकी भी कम सहमे नहीं होंगे। इसकी वजह ये है कि इसके चलते उनका खाना-पीना, कपड़े, जूते, बर्तन, एसी, फ्रिज, हीटर इत्यादि आम जरूरत की चीजें भी महंगी होने की आशंका है। यहां एक लिस्ट दी जा रही है जिसमें यह है कि अमेरिका जो चीजें आयात करता है, उसमें से आधा से अधिक तो सिर्फ तीन ही देश मेक्सिको, कनाडा और चीन से मंगाता है
डोनाल्ड ट्रंप खुद स्वीकार कर चुके हैं कि हाई टैरिफ से अमेरिकी लोगों को महंगाई का झटका लग सकता है।
Tariff War Impact: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को कनाडा और मेक्सिको पर 25 फीसदी टैरिफ और चीन पर 10 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया। इसके बाद कनाडा और मैक्सिको के टॉप लीडर से बातचीत के बाद ट्रंप ने फिलहाल इन देशों से आयात पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने के फैसलों के 30 दिनों तक के लिए होल्ड कर दिया है है लेकिन चीन को लेकर फैसला अभी भी बरकरार है। अब चीन ने पलटवार करते हुए अमेरिकी चीजों पर 10-15 फीसदी का टैरिफ लगा दिया है। साथ ही चीन ने निर्यात पर नियंत्रण बढ़ा दिया है और गूगल के दबदबे को लेकर जांच शुरू कर दी है।
अब सवाल उठता है कि अगर टैरिफ लागू हो जाता है, तो महंगाई कितनी परेशान करेगी। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप खुद स्वीकार कर चुके हैं कि हाई टैरिफ से अमेरिकी लोगों को महंगाई का झटका लग सकता है लेकिन उनका कहना है कि अमेरिकी हितों की सुरक्षा के लिए ऐसा करना जरूरी भी है। इन तीनों देशों की अमेरिकी आयात में एक तिहाई से अधिक हिस्सेदारी है जहां से सालाना 1 लाख करोड़ डॉलर से अधिक चीजें अमेरिका में आती हैं। कनाडा, मेक्सिको और चीन से ट्रेड वार में अमेरिका में क्या महंगा होगा, इसके बारे में यहां बताया जा रहा है। चीन की बात करें तो 10 फरवरी से इसने अमेरिका से कोयला और लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG) के आयात पर 15 फीसदी तो कृषि से जुड़ी चीजों, कच्चे तेल और कुछ ऑटोमोबाइल्स पर 10 फीसदी टैरिफ का ऐलान किया है तो ये चीन में महंगी हो जाएंगी।
फल
अमेरिका ने 473 करोड़ डॉलर के ट्रॉपिकल फ्रूट्स यानी गर्म देशों में होने वाले फलों को आयात किया और इसमें से 70 फीसदी तो सिर्फ एक ही देश मेक्सिको से मंगाया।
सब्जियां
अमेरिका ने 425 करोड़ डॉलर की सब्जियों में से 70 फीसदी मेक्सिको और 19 फीसदी कनाडा से मंगाई।
पार्टी डेकोरेशंस
द ऑब्जर्वेटरी ऑफ इकनॉमिक कॉन्प्लेक्सिटी पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका 489 करोड़ डॉलर के पार्टी डेकोरेशंस आयात करता है जिसमें से 90 फीसदी तो सिर्फ एक देश चीन से आता है।
बाथरूम सेरेमिक्स
134 करोड़ डॉलर के बाथरूम सेरेमिक्स के आयात में 44 फीसदी हिस्सेदारी चीन की और 42 फीसदी हिस्सेदारी मैक्सिको की यानी कि जिन देशों पर टैरिफ लगने की बात है, वहां से 86 फीसदी हिस्सा आयात होता है।
एलुमिनियम के बर्तन
अमेरिका में 140 करोड़ डॉलर के एल्यूमिनियम हाउसवेयर के आयात में 71 फीसदी हिस्सेदारी चीन की है।
लोहे के बर्तन
324 करोड़ के लोहे के बर्तन के आयात में 78 फीसदी हिस्सेदारी चीन की रही।
प्लास्टिक के बर्तन
अमेरिका ने 719 करोड़ डॉलर के प्लास्टिक के बर्तनों में से 77 फीसदी एक ही देश चीन से मंगाया।
कंप्यूटर्स और टेलीफोन्स
अमेरिका ने 10320 करोड़ डॉलर के कंप्यूटर्स में से 27 फीसदी मेक्सिको और 38 फीसदी चीन से जबकि 11710 करोड़ डॉलर के टेलोफोन के आयात में से 47 फीसदी हिस्सा चीन से मंगाया।
स्क्रैप एल्युमिनियम
अमेरिका ने जो 117 करोड़ डॉलर का स्क्रैप एल्यूमिनियम मंगाया, उसमें से 30 फीसदी को मेक्सिको और 61 फीसदी कनाडा से आया।
खिलौने
अमेरिका ने 1590 करोड़ डॉलर में से 77 फीसदी खिलौना चीन से मंगाया।
एसी, फ्रिज, इलेक्ट्रिक हीटर्स
अमेरिका ने 1390 करोड़ डॉलर के एसी में से 49 फीसदी मेक्सिको और 19 फीसदी चीन से; 1320 करोड़ डॉलर के रेफ्रिजेरेटेर में से 48 फीसदी मेक्सिको और 17 फीसदी चीन से, 1100 करोड़ डॉलर के इलेक्ट्रिक हीटर्स में से 17 फीसदी मेक्सिको और 55 फीसदी चीन से मंगाया।
पोर्क
अमेरिका ने 135 करोड़ डॉलर के पोर्क (पिग मीट) की खरीदारी विदेशों से की जिसमें से 66 फीसदी कनाडा और 10 फीसदी मेक्सिको यानी 76 फीसदी उन दो ही देशों से आया, जिन पर टैरिफ लगाने की बात है।
टमाटर
अमेरिका ने 316 करोड़ डॉलर का टमाटर आयात किया जिसमें 86 फीसदी मेक्सिको से आया और 14 फीसदी कनाडा से।
चश्मे और कपड़े
अमेरिका में 264 करोड़ डॉलर के आईवियर के आयात में 38 फीसदी हिस्सेदारी चीन की, महिलाओं के 291 करोड़ डॉलर अंडरगारमेंट्स में 35 फीसदी हिस्सेदारी चीन की और 216 करोड़ डॉलर के फेल्ट या कोटेड गारमेंट्स में 39 फीसदी हिस्सेदारी चीन की है। इसके अलावा महिलाओं के 501 करोड़ के सूट्स के आयात में भी चीन की 22 फीसदी हिस्सेदारी रही। 273 करोड़ डॉलर के मोजे और होजरी के आयात में 56 फीसदी हिस्सेदारी चीन की है। 222 करोड़ डॉलर के हैट्स में 14 फीसदी हिस्सेदारी मेक्सिको और 34 फीसदी चीन की रही।
सैनिटरी टॉवेल्स (पैड्स)
अमेरिका ने 166 करोड़ डॉलर के सैनिटरी टॉवेल्स (पैड्स) विदेशों से मंगाए जिसमें से 21 फीसदी मेक्सिको, 49 फीसदी कनाडा और 15 फीसदी चीन से आया।
टॉयलेट पेपर
अमेरिका ने 170 करोड़ डॉलर का टॉयलेट पेपर विदेशों से मंगाया जिसमें से 44 फीसदी हिस्सेदारी कनाडा और 36 फीसदी चीन से आया।
कंबल
अमेरिका के 154 डॉलर के कंबल के आयात में 81 फीसदी हिस्सेदारी चीन की है।
साफ-सफाई से जुड़े सामान
अमेरिका में साफ-सफाई से जुड़े 188 करोड़ डॉलर के आयात में 34 फीसदी हिस्सेदारी मेक्सिको और 21 फीसदी कनाडा की रही।
झाडू़
अमेरिका ने 178 करोड़ डॉलर की झाड़ू विदेशों से मंगाई जिसमें 65 फीसदी तो चीन से आया।
कच्चा तेल
अमेरिका 10320 करोड़ डॉलर का कच्चा तेल आयात करता है जिसमें से 56 फीसदी हिस्सेदारी कनाडा और 12 फीसदी हिस्सेदारी मेक्सिको की है। चूंकि कच्चे तेल के आयात में कनाडा की हिस्सेदारी आधे से अधिक है तो इस पर टैरिफ लगने पर महंगाई बढ़ना तय है।
इलेक्ट्रिक बैट्रीज
अमेरिका 2930 करोड़ डॉलर की इलेक्ट्रिक बैट्रीज दूसरे देशों से खरीदता है और इसमें से 53 फीसदी तो चीन से आया है। इस प्रकार आधे से अधिक आयात पर टैरिफ लगाने से इलेक्ट्रिक बैट्रीज महंगी हो जाएंगी।
इलेक्ट्रिक मोटर पार्ट्स
ईवी पार्ट्स के 314 करोड़ डॉलर के आयात में मेक्सिको की 20 फीसदी और चीन की 13 फीसदी हिस्सेदारी रही।
इलेक्ट्रिक फिलामेंट
अमेरिका में 265 करोड़ डॉलर के इलेक्ट्रिक फिलामेंट के आयात में 69 फीसदी चीन की हिस्सेदारी रही।