UAE Golden Visa: दुबई में रहने के लिए 23 लाख रुपये में गोल्डन वीजा नहीं मिल रहा है। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने साफ कहा है कि 1,00,000 दिरहम यानी 23.30 लाख रुपये में भारतीय या बांग्लादेशी नागरिकों को कोई आजीवन गोल्डन वीजा नहीं दिया जा रहा है। यह बयान उन खबरों के बाद आया है, जिनमें दावा किया गया था कि एक प्राइवेट कंपनी रयाद ग्रुप के जरिए नामांकन के आधार पर यूएई गोल्डन वीजा दिया जा रहा है। यूएई सरकार ने इन दावों को गलत बताया है और कहा है कि गोल्डन वीजा सिर्फ आधिकारिक सरकारी प्लेटफॉर्म से ही दिया जाता है।
इस मामले में यूएई की सरकारी संस्था फेडरल अथॉरिटी फॉर आईडेंटिटी, सिटीजनशीप, कस्टम और पोर्ट सिक्योरिटी (ICP) ने तुरंत इंटरफेयर किया। इन दावों को पूरी तरह गलत और बिना कानूनी आधार के बताया। ICP ने कहा कि गोल्डन वीजा के लिए साफ नियम, केटेगरी और प्रोसेस तय किय गए हैं। कोई भी प्राइवेट कंपनी, देश के अंदर या बाहर इन्हें प्रोसेस करने या देने की गारंटी नहीं दे सकती।
कंपनी ने माना गलती, बंद की सर्विस
Rayad Group ने अपने बयान में कहा कि उन्हें खेद है कि उनकी दी जानकारी से लोगों में भ्रम फैला। हम पूरी जिम्मेदारी लेते हैं। साथ ही कहा कि वह आगे से सटीक और नियमों के अनुसार ही जानकारी शेयर करेंगे। कंपनी ने यह भी माना कि कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर रैयाद कमाल अयूब के दिए गए बयान गलत थे और उनकी वजह से लोगों को कंपनी की भूमिका और गोल्डन वीजा से जुड़े नियमों को लेकर गलतफहमी हुई।
अब गोल्डन वीजा से जुड़ी सर्विस नहीं देगी
Rayad Group ने यह भी ऐलान किया है कि अब वह गोल्डन वीजा से जुड़ी कोई भी सलाह या सर्विस नहीं देगी। कंपनी ने साफ किया कि ना ही कोई तय कीमत पर वीजा मिलता है, ना ही कोई लाइफटाइम वीजा का ऑफर मौजूद है। उन्होंने जोर दिया कि वे ऐसे किसी प्रोग्राम का हिस्सा नहीं हैं और ना ही उसे समर्थन देते हैं।
Rayad Group ने यूएई सरकार के ICP के रुख को समर्थन देते हुए कहा कि सभी गोल्डन वीजा एप्लिकेशन सिर्फ सरकारी पोर्टल या अधिकृत माध्यमों से ही किए जा सकते हैं। कोई भी प्राइवेट एजेंसी इसके लिए अधिकृत नहीं है।