हर आम भारतीय निवेशक का सपना होता है कि वह मेहनत की कमाई को सही जगह लगाकर जल्दी से करोड़पति बन जाए। लेकिन निवेश के जटिल विकल्पों और बदलते बाजार के कारण यह तय करना आसान नहीं होता कि कौन-सा रास्ता सबसे बढ़िया रहेगा। हाल में किए गए विश्लेषण के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति हर महीने 10,000 रुपये नियमित रूप से तीन लोकप्रिय निवेश विकल्पों जैसे एसआईपी, पीपीएफ और गोल्ड में लगाए, तो किनकी बदौलत उसकी करोड़पति बनने की राह सबसे तेज होगी?
सबसे पहले जानते हैं एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के बारे में। यह निवेश का तरीका लंबे समय के लिए सबसे पसंदीदा माना जाता है, जिसमें व्यक्ति शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का लाभ उठाता है। आमतौर पर यह 12% सालाना का औसत रिटर्न देता है और यदि व्यक्ति लगातार 10 हजार रुपये हर महीने इसमें लगाए, तो लगभग 20 साल में उसका निवेश 1 करोड़ रुपये के जादुई आंकड़े को छूने लगता है। इस दौरान धैर्य और अनुशासन बहुत जरूरी है क्योंकि शेयर बाजार की गति में जोखिम भी छिपा होता है।
अब बात करते हैं पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) की, जिसे सुरक्षा और स्थिरता की दृष्टि से लोग खूब पसंद करते हैं। सरकार के इस स्कीम में फिलहाल 7.1% सालाना ब्याज दर मिल रही है। यदि इसी दर से हर महीने 10 हजार रुपये पीपीएफ में निवेश किए जाएं, तो करोड़पति बनने के लिए लगभग 28 साल का समय लगेगा। हालांकि इसमें पूंजी का खतरा नहीं होता, लेकिन रिटर्न की गति एसआईपी या गोल्ड के मुकाबले धीमी रहती है।
तीसरा विकल्प है गोल्ड या गोल्ड ईटीएफ। बीते कुछ सालों में गोल्ड ने निवेशकों के लिए शानदार मुनाफा दिया है, खासतौर पर 2025 में अब तक 40% से अधिक का रिटर्न देख चुका है। पिछले 10 सालों के आंकड़ों के अनुसार, गोल्ड ईटीएफ ने करीब 13.46% तक का वार्षिक रिटर्न दिया है। ऐसे में नियमित 10 हजार रुपये मासिक निवेश करने पर व्यक्ति लगभग 14 साल में ही 1 करोड़ रुपये बना सकता है, जो बाकी दोनों विकल्पों की तुलना में सबसे तेज है।
लेकिन ध्यान रहे, निवेश में जोखिम मौजूद रहते हैं और रिटर्न बाजार के हालात के अनुसार बदल सकते हैं। इसलिए निवेश से पहले प्रमाणित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। आपके लक्ष्य और वित्तीय स्थिति के अनुसार योजना चुनना सबसे बेहतर रहेगा।