दीवाली के त्योहारी माहौल में निवेशकों के लिए एक खास सूचना है इस वर्ष देश के दोनों प्रमुख शेयर बाजार, बीएसई और एनएसई, दीवाली के मौके पर 21 और 22 अक्टूबर को बंद रहेंगे। दीवाली की रात लक्ष्मी पूजन से जुड़े शुभ अवसर पर कई परिवार नए निवेश की शुरुआत को परंपरा मानते हैं। इसी भावना को आगे बढ़ाते हुए शेयर बाजारों में 'मुहूर्त ट्रेडिंग' का आयोजन हर साल दीवाली की शाम को किया जाता है, जिसे निवेशकों के लिए बेहद शुभ और फलदायक माना जाता है।
इस बार मुहूर्त ट्रेडिंग का समय 21 अक्टूबर को निर्धारित हुआ है। निवेशक दोपहर 1:45 बजे से 2:45 बजे के बीच ट्रेडिंग कर सकते हैं, जबकि प्री-ओपन सेशन 1:30 से 1:45 बजे तक रहेगा। इस एक घंटे के विशेष सेशन को ट्रेडिंग के लिए बेहद पसंद किया जाता है। पिछले सालों की बात करें तो अकसर मुहूर्त ट्रेडिंग के बाद सेंसेक्स और निफ्टी मार्केट सकारात्मक संकेत के साथ बंद हुए हैं, जिससे निवेशकों का मनोबल अधिक बढ़ता है।
मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा दशकों से जारी है। पूरा दिन शेयर बाजार पूरी तरह से ओपन नहीं रहता बल्कि केवल एक निर्धारित समय ही ट्रेडिंग के लिए मिलता है। इस दिन सामान्य खरीद-ब्रिकी की जाती है, परंपरागत मान्यता के अनुसार इस दिन देवी लक्ष्मी की कृपा से पूरे वर्ष निवेश पर अच्छा लाभ मिलता है। निवेशक अपने पोर्टफोलियो को शुभ मुहूर्त में विस्तार देकर आने वाले साल के लिए अपने प्रयत्न शुरू करते हैं।
बाजार बंद होने के कारण 22 अक्टूबर को भी कोई ट्रेडिंग नहीं होगी, यह दिन बलिप्रतिपदा की छुट्टी के तहत रखा गया है। यानी दो दिन लगातार निवेशकों को ट्रेडिंग करने का मौका नहीं मिलेगा, केवल दीवाली के दिन ही एक घंटे के विशेष सेशन के दौरान ही ट्रांजेक्शन संभव होंगी।
इस दिवाली निवेशकों के लिए जरूरी है कि वे मुहूर्त ट्रेडिंग के विशेष अवसर का लाभ उठाना न भूलें। पारंपरिक दृष्टि से यह वक्त नए निवेश की शुरुआत का प्रतीक है, जो पूरे साल सुख-समृद्धि और आर्थिक उन्नति के रास्ते खोलता है।