World Gold Council: अप्रैल 2025 में ग्लोबल सेंट्रल बैंकों ने सोने की खरीदारी कम की है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की नई रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल में सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के कारण कई बैंकों ने खरीद पर रोक लगा दी। क्या इसका असर आने वाले महीनों में सोने की कीमतों पर नजर आएगा? बीते महीने दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने कुल मिलाकर 12 टन सोने की शुद्ध खरीदारी की। सोने का खरीदारी मार्च की तुलना में 12% कम है। यह आंकड़ा बीते 12 महीनों के औसत (28 टन) से भी काफी नीचे है।
पोलैंड ने लिया 12 टन सोना
हालांकि गिरावट के बावजूद कुछ देशों ने अब भी सोने में बड़ी दिलचस्पी दिखाई है। पोलैंड के सेंट्रल बैंक (NBP) ने अकेले अप्रैल में 12 टन सोना खरीदा है, जिससे वह 2025 में अब तक का सबसे बड़ा खरीदार बन गया है। इस खरीदारी के बाद पोलैंड के पास 509 टन सोने का भंडार है, जो अब यूरोपियन सेंट्रल बैंक (ECB) के 507 टन भंडार से भी ज्यादा है।
डिमांड कम होने से घटेंगी सोने की कीमत
एक्सपर्ट का मानना है कि केंद्रीय बैंक सोने को एक सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश मानते हैं, खासकर जब डॉलर की स्थिति अस्थिर हो या वैश्विक स्तर पर आर्थिक जोखिम बढ़े। यही वजह है कि ऊंची कीमतों के बावजूद कई बैंक सोने में निवेश कर रहे हैं। एक्सपर्ट ने यह भी कहा कि अगर कीमतों में थोड़ी नरमी आती है, तो चीन, तुर्किये और भारत जैसे बाजारों में खरीदारी में फिर से तेजी आ सकती है। सोना अब भी वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक अहम भूमिका निभा रहा है। इसलिए, केंद्रीय बैंकों की नजरें अब भी इस कीमती धातु पर टिकी हुई हैं।