Retirement Planning: जल्दी रिटायर होना चाहते हैं युवा, लेकिन कितनी पक्की है तैयारी?

Retirement Planning: ज्यादातर कामकाजी युवा 45-55 की उम्र में रिटायर होना चाहते हैं, लेकिन निवेश की आदतें और वित्तीय जानकारी बेहद कमजोर हैं। सिर्फ 11% को ही भरोसा है कि वे अच्छी पेंशन पाने लायक निवेश कर रहे हैं। जानिए युवा बचत करने में मात क्यों खा रहे हैं और जल्दी रिटायरमेंट की प्लानिंग कैसे करनी चाहिए।

अपडेटेड Jun 05, 2025 पर 5:04 PM
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जो लोग जल्दी रिटायर होना चाहते हैं, उनके भीतर वित्तीय जानकारी का भी अभाव है।

Retirement Planning: भारत के बहुत सारे युवा प्रोफेशनल्स चाहते हैं कि वे 60 साल की उम्र तक रिटायरमेंट का इंतजार न करें। Grant Thornton Bharat की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, 25 साल या उससे कम उम्र के करीब 43% लोग चाहते हैं कि वे 45 से 55 साल की उम्र में ही रिटायर हो जाएं। लेकिन दिक्कत ये है कि उनकी बचत और निवेश की आदतें इस सपने के हिसाब से बिल्कुल नहीं हैं।

सपना बड़ा, लेकिन बचत कम

इस सर्वे में शामिल ज्यादातर लोगों ने माना कि वे अपनी सैलरी का सिर्फ 1% से 15% हिस्सा ही रिटायरमेंट के लिए बचा रहे हैं। यानी जल्दी रिटायर होने की सोच तो है, लेकिन उसके लिए जो पैसों की तैयारी होनी चाहिए, वो नहीं है। यह रिपोर्ट इस बात को पूरी तरह से स्पष्ट कर देती है।


₹1 लाख चाहिए पेंशन, पर भरोसा नहीं

सर्वे में शामिल आधे से ज्यादा लोग रिटायरमेंट के बाद हर महीने ₹1 लाख से ज्यादा की पेंशन की उम्मीद कर रहे हैं। लेकिन उनमें से सिर्फ 11% लोगों को ही भरोसा है कि उनका निवेश इतना पैसा दे पाएगा। सिर्फ 3.65% लोग हद से ज्यादा भरोसा था कि उनके पेंशन प्रोडक्ट्स रिटायरमेंट की जरूरतें पूरी कर पाएंगे।

वहीं, 42% लोग बिल्कुल भी आत्मविश्वास में नहीं हैं कि उनका पेंशन प्लान भविष्य में काम आएगा या फिर उनकी जरूरत को पूरा कर पाएगा।

अब भी पुरानी योजनाओं पर भरोसा

इस सर्वे में ये भी सामने आया कि ज्यादातर लोग अब भी EPF (प्रॉविडेंट फंड), ग्रेच्युटी और NPS जैसी सरकारी योजनाओं पर ही निर्भर हैं। 83% लोगों की पूरी रिटायरमेंट प्लानिंग इन्हीं योजनाओं पर टिकी है।

आजकल कई निजी कंपनियां भी ऐसी पेंशन योजनाएं देती हैं, जो रिटायरमेंट के बाद हर महीने पक्का पैसा देती हैं। जैसे कि annuity plans। लेकिन, 76% लोगों ने अभी तक इनमें निवेश नहीं किया है।

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जानकारी की भी भारी कमी

सबसे अहम बात, जो लोग जल्दी रिटायर होना चाहते हैं, उनके भीतर वित्तीय जानकारी का भी अभाव है। सर्वे में शामिल 50% से ज्यादा लोगों को Atal Pension Yojana के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है। वहीं, सिर्फ 17% लोग ही मानते हैं कि उन्हें अपनी पेंशन की कैलकुलेशन अच्छे से समझ में आती है।

क्या करना जरूरी है?

रिपोर्ट में कहा गया है कि लोगों को फाइनेंशियल प्लानिंग और रिटायरमेंट स्कीम्स के बारे में ठीक से समझाने की जरूरत है। साथ ही, ऐसी योजनाएं लाई जानी चाहिए जो रिटायरमेंट के बाद पक्का और नियमित पैसा दें। साथ ही, लोगों को भी अपनी वित्तीय समझ बढ़ाने की जरूरत है, ताकि वे निवेश से जुड़े फैसले बेहतर तरीके से ले पाएं।

जल्दी रिटायर होने का प्लान कैसे बनाएं?

  1. जितनी जल्दी बचत और निवेश शुरू करेंगे, कंपाउंडिंग का उतना ज्यादा फायदा मिलेगा। SIP, म्यूचुअल फंड या NPS में शुरुआत करें।
  2. हर महीने सैलरी का कम से कम 20% हिस्सा रिटायरमेंट फंड में डालें। खर्च करने के बाद बचाने की बजाय, बचाने के बाद खर्च करें।
  3. प्रोविडेंट फंड (PF) और ग्रेच्युटी जरूरी हैं, लेकिन ये काफी नहीं। प्राइवेट एन्युइटी प्लान्स, स्टॉक्स और रियल एस्टेट जैसे विकल्प भी देखें।
  4. यह सोचें कि रिटायरमेंट के बाद कितना पैसा चाहिए होगा। उसी हिसाब से सालाना टारगेट और रिटर्न की प्लानिंग करें।
  5. किसी प्रोफेशनल फाइनेंशियल एडवाइजर से मिलकर निवेश पोर्टफोलियो बनवाएं और समय-समय पर उसे रिव्यू करते रहें।

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Suneel Kumar

Suneel Kumar

First Published: Jun 05, 2025 4:03 PM

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