Bhaum Pradosh Vrat 2025 Katha: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का बहुत महत्व है। भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित ये व्रत प्रत्येक हिंदू माह में दो बार आता है। एक बार कृष्ण पक्ष में और एक बार शुक्ल पक्ष में। इस व्रत का महत्व इस बात से और भी बढ़ जाता है, ये किसी दिन किया जा रहा है। जैसे शनिवार को पड़ने वाला प्रदोष व्रत शनि प्रदोष होता है और सोमवार को पड़ने वाला सोम प्रदोष व्रत होता है। प्रदोष व्रत जब मंगलवार के दिन पड़ता है तो इसे भौम प्रदोष व्रत कहते हैं। इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव के साथ ही हनुमान ही की भी पूजा की जाती है। प्रदोष व्रत हर महीने की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है।
