Chhath Puja 2025 Kharna Prasad: सूर्य देव और छठ माता की उपासना का महापर्व शुरू हो चुका है। इसमें नहाय-खाय के बाद दूसरे दिन यानी आज 26 अक्टूबर को कार्तिक मास के शक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को खरना किया जाएगा। छठ पूजा में खरना का बहुत महत्व है। इस दिन व्रती पूरे दिन निर्जला व्रत करते हैं और एक समय का भोजन करते हैं। खरना व्रत में व्रती बिना नमक का खाना खाते हैं। खरना प्रसाद ग्रहण करने के बाद से 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू होता है। इसलिए खरना प्रसाद का पूरे छठ महापर्व में बहुत महत्व है। इसकी साफ-सफाई से लेकर इसे बनाने के बर्तन तक पर सख्त नियम लागू होते हैं। आइए जानें क्या है ये नियम

