Chhath Puja Essentials Items 2025: हिंदू धर्म में छठ पूजा को आस्था का महापर्व कहा जाता है। बिहार और झारखंड के पूर्वी राज्यों में ये पर्व बड़ी आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस मौके पर भक्त पूरे विधि-विधान से भगवान सूर्य और छठी मैया की पूजा करते हैं। चार दिनों तक चलने वाला ये पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होता है और सप्तमी तिथि को प्रात: अर्घ्य देने के बाद पूर्ण होता है। इस में व्रती महिलाएं पंचमी तिथि की शाम से निर्जला उपवास करती हैं, जिसका पारण सप्तमी तिथि को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होता है। छठ पूजा के बहुत सख्त नियम हैं, जिनका पालन इस महापर्व में हिस्सा लेने वाला हर व्रती करता है। इनमें से एक है छठ पूजा में चढ़ाई जाने वाली जरूरी चीजें जैसे, ठेकुआ, नारियल, डाभ नींबू, गन्ना, पान-सुपाड़ी आदि होता है। आइए जानें इन चीजों का पूजा में महत्व
ठेकुआ : यह एक तरह की मिठाई होती है जिसे गेहूं का आटा, गुड़ और घी से बनाते हैं। यह छठ पूजा का सबसे महत्वपूर्ण प्रसाद होता है। माना जाता है कि सूर्यदेव और छठी मैया का यह प्रिय भोग है। सूर्य देव को अर्घ्य देते समय ठेकुआ को बांस की डाली में रखकर चढ़ाया जाता है। इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है।
गन्ना : पौराणिक कथाओं में गन्ना छठी मैया का प्रिय माना गया है। माना जाता है कि ये परिवार में मिठास और समृद्धि लाता है। इसे छठ पूजा में अर्पित करने से छठी मैया प्रसन्न होती हैं। सूर्य देव को अर्घ्य देते समय इसे भी बांस की डाली में शामिल किया जाता है। इसे चढ़ाने से परिवार पर उनकी कृपा बनी रहती है।
पान-सुपारी : छठ पूजा में पान-सुपारी चढ़ाना अनिवार्य है। सुपारी में जहां देवी-देवताओं का वास माना जाता है, वहीं पान भक्ति और शुद्धता का प्रतीक है। सूर्य देव को अर्घ्य देते समय इन्हें भी डाली में रखा जाता है। मान्यता है कि इसके बिना पूजा अधूरी रहती है, क्योंकि यह छठी मैया और सूर्यदेव को समर्पण का प्रतीक है।
डाभ नींबू : छठ पूजा में सूर्यदेव को डाभ नींबू भी चढ़ाया जाता है। यह प्रकृति के अनेकों उपहारों का प्रतीक है और पूजा का अभिन्न हिस्सा है। मान्यता हैकि डाभ नींबू चढ़ाने से सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं और परिवार को स्वास्थ्य और समृद्धि मिलती है।