Durga Pooja 2025: शारदीय नवरात्र का पर्व चल रहा है और इसमें मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस पर्व को देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तरह से मनाया जाता है। पश्चिम बंगाल और आसपास के राज्यों में ये दुर्गा पूजा के रूप में मनाया जाता है। दुर्गा पूजा में नवपत्रिका पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। यह पर्व हमारी कृषि सम्पन्नता से जुड़ा है और इसे मां दुर्गा की पूजा के साथ करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और उनकी कृपा प्राप्त होती है। ये पर्व मुख्य रूप से बंगाली समुदाय द्वारा की जाती है।
हैं।यह अनुष्ठान विशेष रूप से बंगाली परंपरा का एक अभिन्न अंग है। यह पूजा नौ अलग-अलग पौधों और पत्तियों को मिलाकर की जाती है, जो मां दुर्गा के नौ रूपों का प्रतिनिधित्व करती है। इसे शारदीय नवरात्र के सातवें दिन यानी महा सप्तमी को किया जाता है। इस साल, यह पूजा सोमवार, 29 सितंबर 2025 को की जाएगी। नवपत्रिका का शाब्दिक अर्थ ‘नौ पत्तियां’ है, वास्तव में नौ पौधों का समूह है। इन पौधों को एक साथ बांधकर, उन्हें देवी की तरह पूजा जाता है। यह प्रकृति और दिव्य शक्ति के आपसी संबंध का प्रतीक है।
नवपत्रिका पूजा का दिन और मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्र की सप्तमी तिथि 29 सितंबर को दोपहर 2:27 बजे से प्रारंभ होगी और 29 सितंबर को दोपहर 4:31 बजे समाप्त होगी। इसलिए नवपत्रिका पूजा सोमवार, 29 सितंबर 2025 को की जाएगी।
इन नौ पौधों के पत्तों की होती है पूजा