Credit Cards

Dussehra 2025: जानें रावण दहन और पूजन का सही समय और तरीका

Dussehra 2025: आज 2 अक्टूबर को पूरे देश में दशहरा मनाया जा रहा है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। रामायण के अनुसार, इसी दिन भगवान राम ने रावण का वध किया। रावण के पुतले जलाकर देशभर में यह संदेश दिया जाता है कि बुराई चाहे कितनी भी बड़ी हो, अंत हमेशा हारती है

अपडेटेड Oct 02, 2025 पर 8:59 AM
Story continues below Advertisement
Dussehra 2025: दशहरे के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और गेहूं या चूने से दशहरा की प्रतिमा तैयार करें।

आज यानी 2 अक्टूबर को पूरे देश में दशहरा या विजयादशमी का पर्व मनाया जा रहा है। ये त्योहार सिर्फ धार्मिक महत्व नहीं रखता, बल्कि बुराई पर अच्छाई की जीत का सबसे बड़ा प्रतीक माना जाता है। दशहरा आते ही सबसे पहले भगवान राम और रावण के युद्ध की कथा याद आती है। रामायण के अनुसार, इसी दिन श्रीराम ने रावण का वध किया था और तभी से इस दिन को विशेष रूप से मनाने की परंपरा चली आ रही है। पूरे देश में रावण के पुतले जलाए जाते हैं, जो हमें ये संदेश देते हैं कि चाहे बुराई कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, उसका अंत निश्चित है।

दशहरा न केवल धर्म और नैतिकता की जीत को दर्शाता है, बल्कि ये हमें धैर्य, साहस और सच्चाई के मार्ग पर चलने की सीख भी देता है। ये पर्व सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक है।

दशहरा 2025 तिथि और पंचांग


पंचांग के अनुसार, आश्विन मास की दशमी तिथि कल शाम 7:01 बजे से शुरू हुई थी और आज शाम 7:10 बजे समाप्त होगी। इसके अलावा, इस दिन विभिन्न शुभ मुहूर्त भी निर्धारित हैं:

अस्त्र शस्त्र पूजन: दोपहर 1:21 से 3:44 बजे तक

सामान्य पूजन: दोपहर 2:09 से 2:56 बजे तक

वाहन खरीद मुहूर्त: सुबह 10:41 से दोपहर 1:39 बजे तक

रावण दहन का शुभ मुहूर्त

दशहरा या विजयादशमी के दिन रावण दहन हमेशा प्रदोष काल में किया जाता है। सूर्यास्त शाम 6:05 बजे होगा और इसी के साथ रावण दहन का समय शुरू होगा।

दशहरा 2025 पूजन विधि

दशहरे के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और गेहूं या चूने से दशहरा की प्रतिमा तैयार करें। इसके बाद गाय के गोबर से नौ गोले बनाकर उन पर जौ और दही लगाएं। भगवान राम की झांकियों पर जौ चढ़ाएं।

प्रतिमा पर केले, मूली, ग्वारफली, गुड़ और चावल चढ़ाएं, साथ ही धूप और दीप जलाएं। बहीखाते की पूजा भी करें और ब्राह्मणों को दान दें। अंत में रावण दहन के बाद घर के बड़े लोगों का आशीर्वाद लें।

दशहरा 2025 उपाय

सुख-समृद्धि के लिए:

घर में शमी के पौधे की पूजा करें। पौधे के नीचे शाम को घी का दीपक प्रज्वलित करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।

आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए:

यदि जीवन में आर्थिक तंगी है तो सुंदरकांड या श्री रामचरितमानस का पाठ जरूर करें। इससे मानसिक शांति मिलती है और धीरे-धीरे आर्थिक स्थिति सुधरती है।

दशहरा का महत्व

दशहरा हमें धैर्य, साहस और धर्म की रक्षा का संदेश देता है। भारत के विभिन्न हिस्सों में इसे अलग-अलग रूपों में मनाया जाता है कहीं रामलीला का मंचन होता है तो कहीं दुर्गा पूजा का समापन। ये पर्व केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक भी है।

Karwa Chauth 2025: अर्घ्य देने के लिए अगर न दिखे चांद, तो ये उपाय आ सकता है आपके काम

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।