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Hartalika Teej Pooja Vidhi 2025: सुहागिनें आज शिव-पार्वती से करेंगी अखंड सौभाग्य कामना, जानें प्रदोष काल पूजा का समय और व्रत कथा

Hartalika Teej Pooja Vidhi 2025: शिव-पार्वती से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद पाने के लिए किया जाने वाला हरतालिका तीज का व्रत आज किया जा रहा है। आज के दिन प्रदोष काल में पूजा का बहुत महत्व रहता है। आइए जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 26, 2025 पर 11:28 AM
Hartalika Teej Pooja Vidhi 2025: सुहागिनें आज शिव-पार्वती से करेंगी अखंड सौभाग्य कामना, जानें प्रदोष काल पूजा का समय और व्रत कथा
हरतालिका तीज की पूजा प्रदोष काल में भी कर सकते हैं।

Hartalika Teej Pooja Vidhi 2025: हरतालिका तीज का व्रत आज किया जा रहा है। यह व्रत प्रात: काल सूर्योदय के साथ शुरू हो चुका है और कल के सूर्योदय के साथ सम्पन्न होगा। इस दौरान महिलाएं निर्जला व्रत करेंगी और भगवान शिव और मां पार्वकी की हाथ से बनाई मूर्ति की पूजा करेंगी। की पूजा शाम के समय यानी प्रदोष काल में करने का बहुत महत्व है। हरतालिका तीज व्रत भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं भगवान शिव व माता पार्वती से सुखी वैवाहिक जीवन तथा संतान की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करती हैं।

आज हस्त नक्षत्र में हो रहा है व्रत

आज के व्रत की एक और खास बात ये है कि ये हस्त नक्षत्र में किया जा रहा है। यह नक्षत्र तड़के 3.49 बजे लग चुका है और कल यानी 27 अगस्त को सुबह 6.04 बजे तक रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता पार्वती ने भी भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए अपने कठिन तप की शुरुआत भाद्रपद माह की तृतीया तिथि को इसी नक्षत्र में की थी।

आज प्रदोष काल में पूजा का महत्व

हरतालिका तीज की पूजा के लिए सुबह का समय उचित माना गया है। यदि किसी कारणवश प्रातःकाल पूजा कर पाना संभव नहीं है है तो प्रदोषकाल में शिव-पार्वती की पूजा की जा सकती है। तीज की पूजा प्रातः स्नान के पश्चात् नए व सुन्दर वस्त्र पहनकर की जाती है। रेत से बनी शिव-पार्वती की प्रतिमा का विधिवत पूजन किया जाता है व हरतालिका व्रत कथा को सुना जाता है।

प्रदोष काल का समय : 6.49 बजे से 7.11 बजे तक

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