हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले त्योहारों में जन्माष्टमी का विशेष स्थान है। हिंदू कैलेंडर के भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है, जो अब बस कुछ ही दिन दूर है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इस साल श्रीकृष्ण का 5252 वां जन्मोत्व मनाया जाएगा। मान्यता है कि द्वापर युग में इसी तिथि पर भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण रुप में देवकी और वासुदेव के घर अवतार लिया था। हर साल देश ही नहीं दुनियाभर के कृष्ण भक्त पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ इस त्योहार को मनाते हैं। पंचांग के अनुसार, इस साल कृष्ण जन्माष्टमी 16 अगस्त को मनाई जाएगी, क्योंकि भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि शनिवार को पड़ रही है। अत: इस अवसर पर अवकाश भी इसी दिन रहेगा।
द्रिक पंचांग के अनुसार, अष्टमी तिथि 15 अगस्त से शुरू होकर 16 अगस्त को खत्म होगी, इसलिए शुक्रवार को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाएगा और शनिवार को 'दही हांडी' उत्सव मनाया जाएगा।
इस अवसर पर 16 अगस्त को सुबह 12:04 बजे से 12:47 बजे के बीच निशिता पूजा का मुहूर्त होग। इसकी अवधि 43 मिनट की होगी।
धर्मशास्त्र के अनुसार, वैकल्पिक पारण का समय 16 अगस्त को सुबह 5.51 बजे होगा। समाज की अधुनिक परंपराओं के अनुसार पारण 16 अगस्त को 12.47 बजे सुबह किया जा सकता है।
देश के अलग-अलग शहरों में जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त
सभी शहरों में कृष्ण जन्माष्टमी का मुहूर्त 16 अगस्त को होगा, जबकि कोलकाता में शुभ मुहूर्त 16 अगस्त को रात 11:19 बजे शुरू होगा और 17 अगस्त को रात 12:03 बजे समाप्त होगा।