Chandra Grahan 2026: साल 2025 ढेरों अच्छी-बुरी घटनाओं की यादों के साथ अब विदा होने को तैयार है। खगोलीय घटनाओं के लिहाज से भी ये साल खास रहा है। अब लोग नए साल की खगोलीय घटनाओं के बारे में जानने को उत्सुक हैं। नए साल में भी साल 2025 की तरह दो चंद्र ग्रहण और दो सूर्य ग्रहण होंगे। यह दुर्लभ खगोलीय घटना लोगों को बहुत रोमांचित करती है। लेकिन हर घटना देख पाना हर किसी के लिए मुमकिन नहीं होता है। साल 2026 में दो चंद्र ग्रहण होंगे लेकिन इनमें से सिर्फ एक ही भारत में दिखाई देगा। इनमें से एक चंद्र ग्रहण फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन होगा, जबकि दूसरा श्रावण पूर्णिमा के दिन होगा। आइए जानें इनमें से कौन सा ग्रहण भारत में नजर आएगा और ये कैसा ग्रहण होगा?
3 मार्च को लगेगा पहला सूर्य ग्रहण
साल 2026 का पहला चंद्रग्रहण 3 मार्च के दिन लगेगा। इस दिन फाल्गुन मास की पूर्णिमा है और इस दिन होलिका दहन होगा। होलिका दहन के दिन लगने वाला चंद्र ग्रहण पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत, अमेरिका में दिखाई देगा।
साल 2026 का सावन का महीना बहुत खास रहने वाला है। इस साल सावन में दो ग्रहण लगेंगे। पहला सूर्यग्रहण होगा और दूसरा चंद्र ग्रहण होगा। साल 2026 का आखिरी चंद्र ग्रहण भी अगस्त में लगेगा। इस दिन श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि होगी। 28 अगस्त, 2026 को आंशिक चंद्र ग्रहण लगेगा, जो अमेरिका पूर्वी प्रशांत, अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका आदि देशों में देखा जा सकेगा।
2026 का पहला चंद्र ग्रहण 3 मार्च यानी होलिका दहन के दिन लगेगा। यह एक आंशिक चंद्र ग्रहण होगा, जो भारत में दिखाई देगा। वहीं 28 अगस्त, 2026 शुक्रवार सावन मास की पूर्णिमा के दिन लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इस तरह से 2026 में होने वाले चार ग्रहणों में से केवल 3 मार्च का चंद्र ग्रहण ही भारत में दिखाई देगा।
2026 का पहला चंद्र ग्रहण होगा मात्र 20 मिनट का होगा
साल 2026 में लगने वाला पहला चंद्र ग्रहण शाम 06:26 बजे शुरू होगा और शाम 06:46 बजे समाप्त हो जाएगा। इस तरह इस ग्रहण की अवधि मात्र 20 मिनट 28 सेकंड की होगी। इस दिन सूतक काल सुबह 9:39 बजे शुरू होगा और ग्रहण समाप्त होने के साथ 6:46 बजे खत्म हो जाएगा।