हर साल की तरह इस बार भी कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व श्रद्धा और उल्लास से मनाया जाएगा। मंदिरों में भजन-कीर्तन की गूंज होगी और घर-घर में लड्डू गोपाल के लिए झूले सजेंगे। लेकिन क्या सिर्फ पूजा-पाठ ही काफी है? दरअसल, जन्माष्टमी से पहले कुछ खास चीजें घर लाने की परंपरा भी मानी जाती है, जिससे भगवान श्रीकृष्ण की विशेष कृपा बरसती है। ये चीजें न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जाती हैं, बल्कि इन्हें जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का प्रतीक भी माना गया है।
ऐसे में अगर आप भी इस जन्माष्टमी पर कुछ शुभ संकेतों के साथ अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा का स्वागत करना चाहते हैं, तो इन खास चीजों को पहले से ही ले आना चाहिए। आइए जानते हैं क्या हैं वे चीजें जो जन्माष्टमी से पहले घर लाना शुभ माना जाता है।
अगर आपके घर में अभी तक लड्डू गोपाल की मूर्ति नहीं है तो जन्माष्टमी पर इसकी स्थापना का सबसे शुभ अवसर है। आप अपनी श्रद्धा और घर की व्यवस्था के अनुसार मूर्ति का आकार चुन सकते हैं। जन्माष्टमी की सुबह गंगाजल से स्नान करवाकर लड्डू गोपाल को माखन-मिश्री, तुलसी पत्ता और मिश्री का भोग लगाएं। इसके बाद उन्हें सुंदर झूले में बैठाएं और घंटियों की मधुर ध्वनि के बीच आरती करें। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
श्रीकृष्ण की पहचान उनकी मधुर बांसुरी से जुड़ी है। यही वजह है कि बांसुरी को अत्यंत शुभ माना जाता है। इसे घर में लाने से न सिर्फ वास्तु दोष खत्म होता है, बल्कि ये करियर और व्यापार में भी सफलता दिलाती है। अगर आप इसे अपने बेडरूम में रखते हैं तो रिश्तों में प्रेम और मिठास बनी रहती है। बांसुरी को घर के उत्तर या पूर्व दिशा में रखना शुभ माना गया है।
मोरपंख श्रीकृष्ण के मुकुट की शोभा बढ़ाता है। इसे घर में लाने से सौभाग्य के दरवाजे खुलते हैं। खासकर जन्माष्टमी से पहले अगर आप मोरपंख खरीदते हैं और घर के मंदिर या मुख्य दरवाजे पर लगाते हैं, तो इससे नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाती और घर में लक्ष्मी का वास बना रहता है। कहते हैं कि मोरपंख जहां होता है, वहां दरिद्रता नहीं ठहरती।
ये मूर्ति सौभाग्य की प्रतीक मानी जाती है और घर में सुख-शांति, लक्ष्मी और संतुलन बनाए रखती है। इसे पूजा स्थान या ड्रॉइंग रूम में उत्तर-पूर्व दिशा में रखें और नियमित रूप से दीपक जलाएं।
भगवान श्रीकृष्ण के बिना माखन और मिश्री का जिक्र अधूरा है। ये उनका सबसे प्रिय भोग है। जन्माष्टमी से पहले ही शुद्ध माखन और मिश्री खरीदकर रख लें। इसे लड्डू गोपाल को भोग लगाएं और फिर प्रसाद रूप में पूरे परिवार में बांटें। इससे घर में मिठास और प्रेम का माहौल बना रहता है।
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